कोल ब्लॉक आवंटन में सरकार को 1.86 लाख करोड़ के नुकसान के संबंध में नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की रिपोर्ट आने के बाद माकपा महासचिव प्रकाश करात ने आरोप लगाया कि इस रिपोर्ट से साफ होता है कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट में संप्रग सरकार की निजी कंपनियों के साथ साठगांठ थी.
एक सार्वजनिक सभा में प्रकाश करात ने कहा कि कोल ब्लॉकों की बोली लगाने के बजाय सरकार ने टाटा, बिड़ला और जिंदल जैसे व्यापारियों को फायदा पहुंचाया है. उन्होंने मांग की कि इस मामले की विस्तृत जांच की जानी चाहिये और दोषियों को तिहाड़ जेल में पहुंचाना चाहिये.