भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी मनमोहन सरकार अब सबसे बड़े घोटाले में घिर गई है. इस घोटाले के छींटे उछले हैं सीधे ईमानदार कहे जाने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर. संसद में पेश सीएजी की रिपोर्ट में कोल ब्लॉक के आवंटन में एक लाख 86 हजार करोड़ के घोटाले का खुलासा हुआ है. और उस वक्त पीएम संभाल रहे थे कोयला मंत्रालय का जिम्मा.