प्याज की बढ़ती कीमत से परेशान सरकार ने बुधवार को इस पर पर लगने वाले सीमा शुल्क को घटाकर शून्य करने की घोषणा की. अबतक इस पर 5 फीसद सीमा शुल्क लगता था.
वित्त सचिव अशोक चावला ने संवाददाताओं से कहा, ‘प्याज पर सीमा शुल्क को घटाकर शून्य कर दिया गया है.’ खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 70 से 85 रुपये प्रति किलो पहुंच जाने के बीच सरकार ने यह कदम उठाया है. महाराष्ट्र, गुजरात और कुछ दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश के कारण प्याज फसल के नुकसान से कीमत में तेजी आयी है. कुछ दिन पहले तक प्याज का दाम 35 रुपये से 40 रुपये प्रति किलो था.
प्याज के भाव में तीव्र वृद्धि के मद्देनजर सरकार ने घरेलू बाजार में उपलब्धता बढ़ाने के लिये 15 जनवरी 2011 तक इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि सरकार के मुताबिक कीमत में कमी आने में कम से कम तीन सप्ताह का वक्त लग सकता है.
कृषि मंत्री शरद पवार ने मंगलवार को कहा था, ‘प्याज के दाम अगले दो-तीन सप्ताह तक उंचे बने रहेंगे और उसके बाद ही स्थिति सुधरने की संभावना है.’
प्याज ने जब खूब रूला दिया तो सरकार पूरी तरह सक्रिय हो गई है. अब जमाखोरों के खिलाफ अभियान शुरू हो गया है. दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निर्देश पर खाद्य और सिविल सप्लाई विभाग अलग-अलग मंडियों पर छापे मार रहा है. प्याज के जमाखोरों पर शिकंजा कसने के लिए गाजीपुर, आजादपुर और ओखला मंडी पर छापे मारे जा रहे हैं.
प्याज़ की क़ीमत पर सरकार की तरफ़ से उठाए गए क़दमों का असर दिखने लगा है. राजधानी दिल्ली में प्याज़ की क़ीमतों में कमी आई है. दिल्ली की ग़ाज़ीपुर मंडी में जो प्याज कल 55 रुपये किलो बिक रहा था, वो आज 40-45 रुपये किलो बिक रहा है. हालांकि खुदरा बाज़ार में अभी क़ीमत में कमी नहीं आई है.