कई दिनों से चला आ रहा अजीत पवार के इस्तीफे का सस्पेंस शनिवार को खत्म हो गया. राज्य के राज्यपाल शंकरनारायणन ने डिप्पी सीएम अजीत पवार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. सिंचाई घोटाले को लेकर अजीत ने इस्तीफा दिया था.
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शनिवार सुबह राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें अजीत का इस्तीफा सौंपा. राजभवन के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री की अनुशंसा के अनुसार राज्यपाल ने अजीत का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.’
शरद पवार ने मंत्रियों को काम संभालने को कहा
राज्य में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार को लेकर चल रहा संकट कल उस वक्त खत्म हो गया, जब राकांपा प्रमुख शरद पवार ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह अजीत का इस्तीफा स्वीकार करें. पवार ने इस्तीफा देने वाले अपनी पार्टी के 19 अन्य मंत्रियों से कहा कि वे कामकाज संभालें.
बीते मंगलवार को अजीत के इस्तीफा देने के बाद गठबंधन सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे थे और राकांपा में अंदरूनी मतभेदों की भी खबरें आ रही हैं. इसी के मद्देनजर शुक्रवार को पवार ने कई बैठकें कीं.
मीडिया में 20,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले में कथित संलिप्तता की खबरें आने के बाद 53 वर्षीय अजीत पवार ने इस्तीफा दिया था.