भारत ने कहा है कि पाकिस्तान से बातचीत के दरवाजे कभी भी बंद नहीं हुए, लेकिन गृह मंत्री पी चिदंबरम के इस्लामाबाद जाने की संभावित खबरों के बीच उसने बातचीत के दोबारा शुरू होने के बारे में कोई भी वादा नहीं किया.
पाक के साथ समग्र वार्ता प्रक्रिया बहाल करने करने संबंधी पूछे सवाल के जवाब में कृष्णा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘पाकिस्तान के साथ बातचीत पर, दरवाजे कभी बंद नहीं हुए.’’ उन्होंने साफ किया कि यहां तक की पिछली वार्ता में भी मुख्य मुद्दा आतंक और वहां मौजूद आतंकी ढांचा और उसका खात्मा था.
गृहमंत्री की इस्लामाबाद यात्रा पर उन्होंने इनकार भरे लहजे में कहा, ‘‘केंद्र बिंदु हमेशा आतंक और पाक में मौजूद आतंकी ठिकाने रहे हैं. पाक के साथ वार्ता में हमेशा से मुख्य मुद्दा वहां मौजूद आतंकी ढांचा रहा है और यह आगे भी रहेगा. मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को मुंबई हमले की आगे की जांच करनी चाहिए और हमले के दोषियों को सजा देनी चाहिए.