बीजेपी ने शुक्रवार को कहा कि यूपीए दुनिया की पहली ऐसी हैरतअंगेज सरकार है जो अपनी किसी नाकामी का शोक मनाने की बजाय जश्न मना रही है. उसने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम निलामी के कम मूल्य मिलने पर दुखी होने की जगह कांग्रेस की खुशी का ठिकाना नहीं है.
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा, ‘कांग्रेस और उसके हावर्ड और ऑक्सफोर्ड के पढ़े लोग 2जी स्पेक्ट्रम निलामी में निवेशकों की ओर से उत्साह नहीं दिखाए जाने का ना सिर्फ जश्न मना रहे हैं, बल्कि ऐसा करते हुए वे नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर सीधा और उच्चतम न्यायालय पर परोक्ष हमला कर रहे हैं.’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नीत केन्द्र सरकार अपने ‘पापों’ को छिपाने के लिए कैग और ट्राई को निशाना बना रही है. 2जी स्पेक्ट्रम के 2007 में हुए आवंटन से सरकार के खजाने को एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये के नुकसान संबंधी आकलन के लिए कैग से देश से माफी मांगने की यूपीए के कुछ मंत्रियों की मांग को अनुचित बताते हुए उन्होंने कहा कि कैग ने यह आकलन आज की बदली हुई परिस्थितियों के लिए नहीं बल्कि 2007 के बाजार भाव के हिसाब से किया था.
दो साजिशों के तहत कैग पर हमला बोलने का सरकार पर आरोप लगाते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा करके वह एक ओर कैग के पर कतरना चाहती है और दूसरी ओर खुद की विफलता का ठीकरा कैग के सिर फोड़ रही है.
जावडेकर ने कहा कि वैसे भी उच्चतम न्यायालय ने जिन 122 लाइसेंसों को रद्द किए थे उनमें से केवल 22 की निलामी में ही सरकार को 9407 करोड़ रुपये मिले हैं जो तब 122 लाइसेंसों के आवंटन से मिली राशि से 200 करोड़ रुपये अधिक है. यह तथ्य दर्शाता है कि कैग का आकलन गलत नहीं था.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार की पस्त होती जा रही आर्थिक नीतियों के कारण भी निवेशकों का उत्साह गिरा है और इसीलिए वे बोली लगाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.
उधर भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि अपने आप में यह बहुत ही हैरत की बात है कि सरकार का हिस्सा होते हुए भी केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, वित्त मंत्री पी चिदंबरम और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता 2जी स्पेक्ट्रम निलामी के ‘फ्लाप शो’ का जश्न मना रहे हैं. जेटली ने कहा कि इस ‘फ्लाप शो’ का आत्मावलोकन करने की बजाय उसकी खुशियां मनाना हैरतअंगेज है.