राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के गणवेश पहने छायाचित्र पर कथित रूप से ‘ट्रिक फोटोग्राफी’ के जरिए मध्यप्रदेश के लोकायुक्त पी पी नावलेकर का चेहरा प्रदर्शित करने के आरोप में अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) की टीम ने शुक्रवार को कांग्रेस विधायक कल्पना परूलेकर को उज्जैन जिले के महिदपुर से गिरफ्तार किया.
सीआईडी के पुलिस महानिरीक्षक सी वी मुनिराजू ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कल्पना को कथित रूप से आरएसएस प्रमुख भागवत के छायाचित्र पर ‘ट्रिक फोटोग्राफी’ के जरिए मध्यप्रदेश के लोकायुक्त न्यायमूर्ति पी पी नावलेकर का चेहरा प्रदर्शित करने के आरोप में महिदपुर (उज्जैन) से सीआईडी टीम ने गिरफ्तार किया. उन्हें शनिवार को यहां स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा.
कल्पना ने यह छायाचित्र विधानसभा के पिछले शीतकालीन अधिवेशन में भाजपा सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में प्रदर्शित कर यह साबित करने का प्रयास किया था कि लोकायुक्त न्यायमूर्ति नावलेकर आरएसएस के पूर्व कार्यकर्ता हैं और इसलिए उन्हें निर्धारित प्रक्रिया पूरी किए बिना इस पद नियुक्त किया गया है.
इसके अगले दिन संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने सदन में यह मामला उठाते हुए अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी से आग्रह किया था कि वह इसे गंभीरता से लें, क्योंकि भागवत के चित्र पर नावलेकर का चेहरा ट्रिक फोटोग्राफी के जरिए प्रदर्शित किया गया है.
इसके बाद सीआईडी ने कल्पना के खिलाफ प्रकरण दायर कर जांच की थी.
इस बीच, मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ‘राहुल’, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद कांतिलाल भूरिया एवं कांग्रेस में मध्यप्रदेश मामलों के प्रभारी महासचिव बी के हरिप्रसाद ने कल्पना की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करते हुए इसे राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया है.