अब सीबीआई सियासी गलियारे की सफाई में जुट गई है. मंत्रालयों में दलालों की धमाचौकड़ी बंद करने के लिए 23 दागदार लोगों की लिस्ट जारी की है. ये लिस्ट आजतक के पास मौजूद है. इसमें शामिल हैं कई चर्चित चेहरे, जिन्हें अहम मंत्रालयों में जाने पर पाबंदी लगाई गई है.
भ्रष्टाचार के आरोपों से बुरी तरह घिरी मनमोहन सिंह सरकार के दामन से दाग धोने की कवायद शुरू हो गई है. टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला और राडिया टेप के उजागर होने के बाद सत्ता के गलियारों से दलालों को हटाया जा रहा है. आजतक सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने ऐसे 23 लोगों की लिस्ट तैयार की है जो पहले भी दलाली और लाबिइंग में शामिल रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक 23 अनडिजायरेबल कॉन्टेक्ट मेन यूसीएम की लिस्ट सचिव स्तर के अफसरों को दी गई है और उन्हें इनसे दूर रहने को कहा गया है.
हथियारों के बड़े सौदागर सुधीर चौधरी और सुरेश नंदा के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं.
इस लिस्ट में मोहिंदर सिंह साहनी, प्रदीप राना और आशीष बोस समेत पांच कारोबारी दिल्ली के हैं.
लिस्ट में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड स्कैम में लिप्त रहे तीन लोगों के भी नाम शामिल हैं.
सीबीआई की लिस्ट में रक्षा सौदों की गड़बड़ी में शरीक रहे उन लोगों के नाम भी हैं जिसके अकाउंट में अचानक ही 400 करोड़ रुपये जमा करा दिए गए या बराक मिसाइल सौदे के बाद जिनके यहां सीबीआई ने छापे मारे थे.
सीबीआई ने ऐसे लोगों को इनकम टैक्स, वित्त, सेंट्रल एक्साइज एंड कस्टम्स, स्टील और टेलीकॉम मंत्रालयों में घुसने पर पाबंदी लगा दी है.
लेकिन सवाल ये कि क्या इससे सत्ता के गलियारों तक दलालों की पहुंच वाकई कम हो पाएगी?