बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की सैनिक तख्तापलट में करीब तीन दशक पहले की गयी हत्या के दोषी ठहराये जा चुके पांच पूर्व सैन्य अधिकारियों को आज रात फांसी पर लटका दिया गया.
जेल अधिकारियों ने बताया कि मृत्यु दंड की सजा पाये पांचों दोषियों की उच्च न्यायालय द्वारा पुनर्विचार याचिका खारिज किये जाने के कुछ ही घंटे बाद उन्हें स्थानीय समयानुसार मध्य रात्रि में फांसी पर लटका दिया गया.
अधिकारियों के अनुसार मौजूदा प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता के हत्यारों को फांसी देने की प्रक्रिया मध्य रात्रि के एक मिनट बाद शुरू हुई जिसे 40 मिनट में पूरा कर लिया गया.
फांसी से पूर्व पांचों दोषियों के 61 नजदीकी रिश्तेदारों को उनसे मिलाया गया. यह घटनाक्रम शीर्ष न्यायालय के अपीलीय प्रभाग द्वारा पांचों दोषियों की याचिका खारिज कर अपना अंतिम निर्णय सुनाये जाने के कुछ ही घंटों बाद हुआ.
फैसले के बाद कानून मंत्री शफीक अहमद ने कहा था कि फांसी 31 जनवरी से पहले कभी भी दी जा सकती है. इन पांचों लोगों के खिलाफ मुकदमा 13 साल तक खिंचा था. जिन लोगों को फांसी चढ़ायी गयी है उनमें बख्रास्त लेफ्टीनेंट कर्नल सैयद फारूक रहमान, सुल्तान शहरियार राशिद खान, मोहिदउद्दीन अहमद और एकेएम मोहउद्दीन तथा बख्रास्त मेजर बाजउल हूदा शामिल हैं.
बंगबंधु की उनकी पत्नी और तीन पुत्रों के साथ 15 अगस्त 1975 को हत्या कर दी गयी थी.