5000 करोड़ की जमीन रिश्तेदारों को बांटने के आरोपों में फंसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी क्या महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की तरह गंवाएंगे अपनी कुर्सी.
बेशक बीजेपी की मंशा ऐसी न हो लेकिन दबाव में ही सही बीजेपी नेता एस एस अहलूवालिया ने बयान दिया है कि अगर येदियुरप्पा के खिलाफ जमीन घोटाले के सबूत मिले तो जरुर येदियुरप्पा के खिलाफ कार्रवाई होगी.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सुमीत अवस्थी से पूछें सवाल
अहलुवालिया ने कहा आदर्श सोसायटी घोटाला मामले में ए. के. एंटनी और प्रणब मुखर्जी ने जैसे अशोक चव्हाण के खिलाफ जांच की थी, उसी तरह येदियुरप्पा के भ्रष्टाचार मामले की भी जांच होगी औऱ कोई सबूत मिले तो जरुर कार्रवाई होगी.
अहलूवालिया के बयान पर कांग्रेस ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा चाहे थरुर हों या कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण सब नैतिक आधार पर कुर्सी छोड़ी है न कि अदालत में उनका गुनाह साबित होने के बाद. इसलिए येदियुरप्पा को भी नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. {mospagebreak}
जमीन घोटाले ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की मुश्किल बढ़ाई तो उनके रिश्तेदारों के होश ठिकाने लग गए औऱ आज उन्होंने कर्नाटका इंडस्ट्रियल एरिया डेपलपमेंट बोर्ड यानी केआईएडीबी की विवादित जमीन बैंगलौर डेपलवमेंट अथॉरिटी को लौटाने की पेशकश कर दी.
मुख्यमंत्री कार्यालय के सुत्रों के मुताबिक बीएस येदियुरप्पा बेटे, दामाद और बहन ने गुरुवार को देर शाम जमीन सौंपने की चिट्ठी मुख्यमंत्री दफ्तर को सौंप दी.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर आरोप है उन्होंने अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए कानून को ताक पर रख दिया. राज्य सरकार ने जिन कंपनियों को डीनोटीफाइड जमीन दी उन्होंने येदियुरप्पा के बेटे और दामाद की कंपनी दावलागिरि डेवेलपर्स को उधार के बहाने मोटी रिश्वत दी या फायदा पहुंचाया.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सुमीत अवस्थी से पूछें सवाल
करीब 5000 करोड़ के इस जमीन घोटाले के सामने आने के बाद भष्ट्राचार के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार पर हल्ला बोल रही बीजेपी बैकफुट पर आ गई है और इसलिए मुख्यमंत्री पर दबाव बढ़ गया है.