उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने हार के कारणों की तलाश शुरू कर दी है. इसी क्रम में कार्यकर्ताओं से मिले फीड बैक के आधार पर पार्टी ने पूर्व सरकार में मंत्री रहे दो पूर्व मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया है.
मायावती के करीबी नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने झांसी में हुई मंडल स्तरीय बैठक में विधानसभावार कार्यकर्ताओं से चर्चा की और उनकी राय जानी. कार्यकर्ताओं से बातचीत के आधार पर नसीमुद्दीन ने दो पूर्व मंत्रियों सहित मंडल के 12 नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया.
बसपा के एक नेता ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने 12 नेताओं को पार्टी से निकाले जाने की घोषणा की है.उन्होंने बताया कि चर्चा के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने तथा अनुशासनहीनता के आरोप में जिन प्रमुख लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी उनमें पूर्व अम्बेडकर ग्राम्य विकास राज्य मंत्री रतनलाल अहिरवार, पूर्व होमगार्ड मंत्री हरिओम उपाध्याय, कालपी के पूर्व विधायक छोटे सिंह, कोंच के पूर्व विधायक अजय पंकज शामिल हैं. इनके अलावा जालौन और ललितपुर जिले के जिला स्तरीय नेताओं पर भी पार्टी की गाज गिरी है.
करारी हार के तुरंत बाद बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा था कि पार्टी की हार की समीक्षा की जाएगी और चुनाव में निष्क्रिय तथा पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे लोगों को चिन्हित कर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.