लालकृष्ण आ़डवाणी के निवास पर भाजपा के आला नेताओं और टीम अन्ना के सदस्यों के बीच जनलोकपाल बिल को लेकर हुई बैठक को दोनों पक्षों ने सकारात्मक करार दिया है.
जानें क्या है जन लोकपाल?
टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे बिल को लेकर भाजपा के मन में जो भी सवाल थे उन पर चर्चा हुई. बहुत हद तक भारतीय जनता पार्टी हमारे बिल से सहमत हो गई है.
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प्रशांत भूषण ने कहा कि जिन तीन मुद्दों पर सरकार के साथ गतिरोध है उस पर आखिरी फैसला सरकारी मसौदे के सामने आने पर हो पाएगा.
वहीं भाजपा के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि जन लोकपाल विधेयक को ही संसद से पारित होने वाले लोकपाल विधेयक का आधार बनना चाहिए.
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राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा,'भाजपा ने पहले ही जनलोकपाल बिल को लेकर अपना रवैया साफ कर दिया था. हमारी पार्टी चाहती है कि प्रधानमंत्री लोकपाल के दायरे में आएं. बिल को लागू करने के लिए संविधानों के प्रावधानों को ध्यान में रखा जाए. जिन प्रावधानों को लेकर हमारी पार्टी सहमत नहीं है उसकी जानकारी टीम अन्ना को दे दी गई है.'
अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की इस समस्या का हल बातचीत के जरिए निकालना होगा.
ज्ञात हो कि इससे पहले पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने जन लोकपाल विधेय के कुछ ही प्रावधानों का समर्थन करने के पार्टी के अब तक के रूख में बदलाव का संकेत देते हुए लिखा था कि जन लोकपाल को आधार बना कर नियमों और प्रक्रियाओं से उपर उठ कर जल्द से जल्द संबंधित विधेयक को पारित करने का प्रयास होना चाहिए.