लाहौर में भारी सुरक्षा वाली सैन्य छावनी इलाके में आज सेना को निशाना बनाकर चंद सेकेंड के अंतराल पर किये गये दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 अन्य घायल हो गये.
एक हफ्ते के भीतर इस दूसरे बड़े हमले के लिये पैदल आए हमलावरों ने व्यस्त आरएम बाजार इलाके में एक मस्जिद के पास स्थित छावनी की गश्त लगा रहे सुरक्षा बल के वाहनों को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:48 मिनट पर निशाना बनाया. इस हमले में मरने वालों में 10 सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं.
जिस इलाके में ये हमले हुए हैं, वे पूरी तरह से रिहाइशी और वाणिज्यिक परिसरों वाले हैं और यहां कई सुरक्षा प्रतिष्ठानों के भवन हैं. विस्फोटों के चंद ही मिनटों के भीतर वहां सुरक्षाकर्मियों की भीड़ लग गई, जिन्होंने मीडिया के लोगों तक को विस्फोटों के स्थल पर जाने से रोक दिया.
विशेष पुलिस अधीक्षक (अभियान) चौधरी शफीक अहमद ने बताया, ‘दो आत्मघाती हमलों ने सेना के वाहनों को निशाना बनाया, जो गश्त पर थे. दोनों विस्फोटों के बीच 15 सेकेंड का अंतर था.’ विशेष पुलिस अधीक्षक अहमद ने बताया ‘हमने दोनों आत्मघाती हमलावरों का सिर बरामद कर लिया है. वे पैदल आए थे.’
अन्य अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों की उम्र 17 से 20 साल के बीच थी. उन्होंने कहा एक हमलावर का सिर तो धड़ से जुड़ा था लेकिन दूसरे का पता नहीं लग पाया है. घायलों को पास के ही सैन्य एवं नागरिक अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. विस्फोट के बाद गोलीबारी की भी खबर है. सेना ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया है और विस्फोट स्थल पर लोगों के साथ-साथ मीडिया को भी जाने से मना कर दिया है.
छावनी की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर सेना का पहरा बिठा दिया गया है और इस बात का पता फिलहाल नहीं लग पाया है कि हमलावर सुरक्षा चक्रव्यूह को भेदने में कैसे कामयाब हो गए. विस्फोट के बाद लाहौर के अस्पतालों के आसपास आपात स्थिति लागू कर दी गई है. अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
पिछले साल से लेकर अब तक लाहौर में कई आतंकवादी हमले हुए हैं. ज्यादातर हमलों में सरकारी प्रतिष्ठानों और आईएसआई तथा संघीय जांच एजेंसी सरीखे संवेदनशील संगठनों के कार्यालयों को निशाना बनाया गया है.