योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने शुक्रवार को कहा कि आयोग ने 12वीं पंचवर्षीय योजना अवधि (2012-13 से 2017-18) के लिए देश की सलाना औसत विकास दर के पूर्वानुमान को पहले से घोषित 9 फीसदी से घटाकर 8.2 फीसदी कर दिया है.
अहलूवालिया ने कहा, 'पूरी योजना अवधि में नौ फीसदी विकास दर नहीं रहने वाली है. मेरे खयाल से शुरू में विकास दर थोड़ी कम रहेगी और अवधि के आखिर तक यह बढ़कर नौ फीसदी के आसपास तक पहुंच जाएगी.'
अहलूवालिया ने 12वीं योजना दस्तावेज पर आयोग की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, 'यदि हम कड़ी मेहनत करें और कुछ कठिन फैसले लें, जिसमें डीजल (मूल्य वृद्धि) भी एक है, तो हम 8.2 फीसदी तक पहुंच सकते हैं.'
12वीं योजना दस्तावेज में कहा गया है कि भले ही ग्यारहवीं योजना अवधि के आखिरी वर्ष में विकास दर घट गई, लेकिन अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है.
अहलूवालिया ने कहा, 'दस्तावेज में कहा गया है कि विकास और समावेशी विकास पर हमारा रिकार्ड अच्छा रहा है. हम 11वीं योजना अवधि का समापन 7.9 फीसदी विकास दर के साथ कर रहे हैं और यह एक समावेशी विकास है.'
12वीं योजना के विकास लक्ष्यों को अब केंद्रिय मंत्रिमंडल के पास भेजा जाएगा. उसके बाद इसे आखिरी मंजूरी के लिए राष्ट्रीय विकास परिषद के पास भेजा जाएगा. प्रधानमंत्री परिषद के अध्यक्ष होते हैं और सभी मुख्यमंत्री तथा केंद्रीय मंत्री इसके सदस्य होते हैं.