राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से निर्दलीय प्रत्याशी ने परचम लहराया है. साथ ही राजस्थान की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और एबीवीपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव मंगलवार को हुए थे और बुधवार को नतीजे सामने आए.
राजस्थान विश्वविद्यालय में यह चौथी बार है, जब छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली है. इसको एबीवीपी और एनएसयूआई के छात्र नेताओं के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर विजय का परचम लहराने वाली पूजा वर्मा एनएसयूआई की बागी छात्र नेता हैं. उन्होंने एनएसयूआई छोड़कर निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उनको जीत मिली.
छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज करने वाली पूजा वर्मा ने इसको सत्य, मेहनत और ईमानदारी की जीत बताया है. वहीं, पूजा वर्मा के खिलाफ एबीवीपी ने अमित कुमार और एनएसयूआई ने उत्तम चौधरी को मैदान में उतारा था. चुनाव नतीजे आने से पहले एबीवीपी और एनएसयूआई अपनी-अपनी जीत को लेकर बेहद उत्साहित थे, लेकिन जब चुनाव के परिणाम आए, तो इनको निराशा हाथ लगी.
इसके अलावा छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई दो पदों और एबीवीपी एक पद पर बाजी मारने में कामयाब रहे. छात्र संघ के उपाध्यक्ष और महासचिव के पद एनएसयूआई के खाते में गए, जबकि संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी ने जीत हासिल की. उपाध्यक्ष के पद पर एनएसयूआई की प्रियंका मीणा और महासचिव के पद पर महावीर गुर्जर विजयी रहे. वहीं, संयुक्त सचिव के पद पर एबीवीपी की किरण मीणा ने जीत दर्ज की.