यूपी के हाथरस में दलित लड़की से रेप और हत्या पर बवाल के बीच राजस्थान में पुजारी की हत्या ने तूल पकड़ लिया है. कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष जहां हाथरस घटना को लेकर बीजेपी और यूपी की योगी सरकार को घेरने में लगा था तो अब राजस्थान के करौली में जिंदा जलाकर मारे गए पुजारी की मौत पर बीजेपी सवाल पूछ रही है. इस बीच सोमवार को कांग्रेस नेताओं का डेलिगेशन पुजारी के गांव पहुंचा और परिवार से मुलाकात की.
कांग्रेस के डेलिगेशन में मंत्री अशोक चांदना, स्थानीय विधायक रमेश मीणा और मुख्य सचेतक महेश जोशी मौजूद थे. इस दौरान महेश जोशी ने हाथरस और करौली की घटना को लेकर सफाई दी. महेश जोशी ने कहा कि हाथरस जैसी घटना से करौली की तुलना मत कीजिए, यहां सरकार पीड़ित पक्ष के साथ खड़ी है जबकि वहां सरकार पीड़ित पक्ष के खिलाफ थी.
कर्मकांड के अनुसार तीसरी तिथि पर आए- अशोक चांदना
वहीं, आजतक के सवालों पर भड़के मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि आपके बुलाने पर नहीं परिवार से मिलने आया हूं. इस दौरान पीड़िता परिवार को सरकार की तरफ से 10 लाख का चेक दिया गया. परिवार के पास देरी से पहुंचने पर अशोक चांदना ने कहा कि कर्मकांड के अनुसार तीसरी की तिथि या अंतिम संस्कार के दिन शामिल होना होता है, हम तीसरी की तिथि पर आए हैं.
वहीं, जब आजतक ने पूछा कि क्या राहुल, प्रियंका और अशोक गहलोत परिवार से मिलने आएंगे तो इस पर मंत्री ने कहा कि मैं उन्हीं का नुमाइंदा हूं और हम सब सरकार की तरफ से ही मिलने आए हैं. वहीं, महेश जोशी ने कहा कि लोग बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके चले जाते हैं और खाते में सिर्फ 25 हजार से ही वाहवाही लूटते हैं.
गौरतलब है कि यूपी के हाथरस में बीते 14 सितंबर को एक 19 साल की दलित लड़की से रेप की घटना सामने आई. लड़की से मारपीट भी की गई. जख्मी लड़की को इलाज के लिए दिल्ली तक लाया गया, जहां इलाज के दौरान 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई. दिल्ली से शव लेकर यूपी पुलिस हाथरस पहुंच गई और आरोप ये है कि परिवार की इजाजत के बिना, उन्हें शव दिखाए बिना ही रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
कांग्रेस को घेर रही है बीजेपी
इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो यूपी सरकार और पुलिस घेरे में आ गई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. दूसरे विपक्षी दल भी आ गए. योगी सरकार को मजबूरन पुलिसकर्मियों पर एक्शन लेना पड़ा. लेकिन मीडिया तक पर गांव में जाने पर पाबंदी लगाई गई. पीड़ित परिवार के फोन तक ले लिए गए. इससे सरकार की किरकिरी हुई.
अब जबकि राजस्थान के करौली में जमीन विवाद को लेकर एक पुजारी की जलने से मौत हो गई तो बीजेपी अटैकिंग मोड में आ गई है. राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है. लिहाजा, बीजेपी सवाल उठा रही है कि हाथरस जाने वाले राहुल-प्रियंका अब यहां क्यों नहीं जा रहे हैं.
बता दें कि पुजारी के परिवार का आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने उन्हें जिंदा जला दिया. जबकि आरोपी के परिवार का दावा है कि पुजारी ने आत्मदाह किया है. इस सबके बीच मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो चुका है. पीड़ित परिवार को राजस्थान सरकार ने 10 लाख का मुआवजा दिया है. बीजेपी नेता भी लगातार पुजारी के घर जा रहे हैं.