राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि जब तक दो नंबर के पैसे से राजनीतिक पार्टियों को होने वाली फंडिंग पर रोक नहीं लगेगी तब तक भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा. दो नंबर के रुपये और ब्लैक मनी से चुनाव जीतकर सरकार बनाने वालों से भ्रष्टाचार खत्म करने की उम्मीद करना बेमानी है.
अशोक गहलोत ने यह बयान राजस्थान हाई कोर्ट के नए भवन के लोकार्पण के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज की मौजूदगी में दिया. गहलोत ने इलेक्टोरल बॉन्ड को 'बड़ा घोटाला' करार दिया.
'भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा'
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश की सभी पार्टियां ब्लैक मनी से ही चुनाव लड़ती हैं और ब्लैक मनी से सरकारी बनाती है ऐसे में भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा. उन्होंने आगे कहा, 'मैं 45 साल से राजनीति में हूं और यह सब देख रहा हूं इसलिए मुझसे ज्यादा इस बारे में कोई नहीं बता सकता.'
'स्वतः संज्ञान लें न्यायाधीश'
जोधपुर में शनिवार को राजस्थान हाई कोर्ट के नए भवन के लोकार्पण मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार पर कड़े प्रहार करते हुए कहा, 'मैं यह किसी विशेष पार्टी के लिए नहीं कह रहा हूं. सभी राजनीतिक पार्टियां ब्लैक मनी से ही चंदा प्राप्त करती हैं चाहे वह बॉन्ड के रूप में हो या फिर चंदे के रूप में हो.'
अशोक गहलोत ने यहां तक कहा कि यहां बैठे सभी न्यायाधीशों से मेरा आग्रह है कि वह स्वप्रेरित संज्ञान लें या फिर वकील इसको लेकर जनहित याचिका लगाएं.