राजस्थान को दहलाने की साजिश नाकाम हुई है. चित्तौड़गढ़ जिले में पुलिस ने तीन लड़कों को बम बनाने की सामग्री के साथ हिरासत में लिया है, जिनके कब्जे से टाइमर सहित बम बनाने की अन्य सामग्री बरामद हुई है. उदयपुर और जयपुर की एटीएस सहित अन्य टीमों द्वारा बदमाशों से गहनता से पूछताछ की जा रही है.
इस बारे में पुलिस अधिकारी कोई भी पुष्टि नहीं कर रहे हैं. जानकारी में सामने आया कि तीनों युवक रतलाम से जयपुर की ओर जा रहे, जिनके कब्जे से आरडीएक्स सहित बम बनाने की अन्य सामग्री भी मिली है. हिरासत में लिए गए सभी लड़के अल सुफा नाम के एक ग्रुप से जुड़े हुए हैं. अल सुफा कट्टरपंथी ग्रुप है.
रतलाम के कट्टरपंथी ग्रुप से जुड़े हैं तीन लड़के!
अल सुफा, रतलाम का एक ग्रुप है, जिसमें 40-50 लोग जुड़े हुए हैं. ये कट्टरपंथी ग्रुप है. मध्य प्रदेश में एक हिंदू नेता की हत्या में भी इस ग्रुप का नाम सामने आया था. अल सुफा रतलाम में काफी एक्टिव है और काफी रेडिकल ग्रुप है ये. जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक पिछले दो साल से ये ग्रुप शांत था, लेकिन अब फिर से इस ग्रुप का नाम सामने आया है.
मध्य प्रदेश के रतलाम से राजस्थान एटीएस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. पूरा ऑपरेशन आईबी का है. दिलचस्प बात ये है की साल 2014 में ISIS का भारत में पहला केस रतलाम से ही रिपोर्ट किया गया था.
इन लड़कों के पास से ये विस्फोटक बरामद किया गया-
चित्तौड़गढ़ पुलिस के मुताबिक, 30 मार्च को नाकाबन्दी के दौरान एक संदिग्ध कार को रोककर कार की तलाशी ली गई. कार में सवार व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो उनके कब्जे से विस्फोटक पदार्थ एवं विस्फोट करने के उपकरण व सामग्री बरामद की गई. इस मामले की जांच एटीएस कर रही है.
- दो पारदर्शी थैलियों में सिल्वर रंग का विस्फोटक पदार्थ कुल 6 किलोग्राम
- दो पारदर्शी थैलियों में स्लेटी दानेदार विस्फोट पदार्थ कुल 6 किलोग्राम कुल विस्फोटक पदार्थ 12 किलोग्राम
- तीन आरपेट घड़ी मय 3 ड्यूरासैल बैट्री 4 तीन कनेक्टर मय वायर
- एक प्लास्टिक शीशी मय छः छोटे बल्ब व वायर 6. एक बोलेरो कार वाहन संख्या MP-43-CA-7091