आईपीएस अजय पाल लांबा की बुक 'GUNNING FOR THE GODMAN' जल्द लॉन्च होगी. दिल्ली हाई कोर्ट ने बुक की लॉन्चिंग को लेकर हरी झंडी दे दी है. बुक में आसाराम के अर्श से फर्श तक जाने की पूरी कहानी है. बुक पर दिल्ली की एक अदालत ने 5 सितंबर को लॉन्चिंग से पहले रोक लगा दी थी.
बता दें कि जोधपुर के एक आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आसाराम जेल में सजा काट रहा है. अप्रैल 2018 में जोधपुर की विशेष अदालत ने आसाराम को एक नाबालिग से बलात्कार का दोषी पाया था. आसाराम पर आईपीसी की धाराओं, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के आरोप तय किए थे.
आसाराम को गिरफ्तार करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले आईपीएस अधिकारी अजय पाल लांबा ने यह किताब लिखी है. अजय पाल लांबा जयपुर में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हैं. इस किताब के सहलेखक संजीव माथुर हैं.
इस किताब का प्रकाशक हार्पर कोलिंस है. हार्पर कोलिंस की अपील पर दिल्ली हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि निचली अदालत की रोक के फैसले को वो खारिज कर रहे हैं.
कोर्ट ने कहा है कि प्रकाशक को इस किताब के शुरुआती या आखिरी पेज पर एक फ्लायर लगाकर पाठकों को ये बताना होगा कि शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता की अपील अभी राजस्थान हाईकोर्ट में विचाराधीन है. इससे किताब पढ़ने वाले पाठकों को किसी तरह का भ्रम न रहे और उन्हें इस मामले से जुड़ी पूरी जानकारी किताब के माध्यम से मिल जाए.