कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है किसानों को भड़काने की कोशिश हो रही है. अब भारतीय जनता पार्टी के नेता अरुण सिंह का कहना है कि पूरे आंदोलन में एक फीसदी किसान भी शामिल नहीं हैं.
बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि किसान भोले-भाले हैं, लेकिन इनमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग घुस गए हैं जिनके बारे में बात करना जरूरी है. बीजेपी नेता अरुण सिंह ने राजस्थान के जयपुर में ये बात कही. अरुण सिंह जयपुर में हुई पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं.
भाजपा राजस्थान के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डॉ @DrSatishPoonia जी तथा राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया जी की भी उपस्थिति रही। निकाय चुनावों पार्टी के में बेहतरीन प्रदर्शन हेतु सभी को विशेष बधाई भी दिया। pic.twitter.com/eA7vVwfZQH
— Arun Singh (@ArunSinghbjp) December 14, 2020
आपको बता दें कि बीजेपी की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि कुछ राजनीतिक दल और लेफ्ट संगठनों ने किसानों के आंदोलन को हाईजैक किया है और हिंसा करने के लिए भड़काया जा रहा है.
आपको बता दें कि बीते दिनों किसानों के आंदोलन के बीच एक मंच पर शरजील इमाम, उमर खालिद समेत कुछ ऐसे एक्टिविस्टों की तस्वीर चस्पा थी, जो इस वक्त जेल में हैं. आंदोलन में इनकी रिहाई की मांग की गई थी, जिसके बाद बीजेपी ने किसान आंदोलन पर सवाल उठाने शुरू किए.
बीते दिनों कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि आंदोलन को टेकओवर करने का ये एक भयावह डिजाइन है. इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि टुकड़े-टुकड़े गैंग एजेंडे को टेकओवर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसान संगठनों के विरोध का फायदा उठाने के लिए उनकी तस्वीरें प्रदर्शित की जा रही हैं. शायद ऐसे तत्वों की उपस्थिति के कारण ही सरकार के साथ बातचीत सफल नहीं हो रही है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी इन पोस्टरों पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि MSP-मंडी को लेकर कोई आपत्ति या विरोध हो सकता है, लेकिन जैसे पोस्टर लग रहे हैं वो तो किसी आंदोलन का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में किसानों को ऐसे लोगों को मंच पर जगह नहीं देनी चाहिए.