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अलवर बलात्कार मामला: पीड़ित लड़की के परिवार ने की सीबीआई जांच की मांग

अलवर रेप केस में पुलिस ने नाबालिग लड़की के साथ रेप की घटना से इनकार कर दिया. इसके बाद से ही, इस मामले में पीड़िता के परिवार वाले खासे नाराज़ हैं. अब परिवार वाले यह जानना चाहते हैं कि जिला प्रशासन ने अपना पक्ष क्यों बदला. साथ ही, उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.

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परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की
परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'हमें अब इस सरकार पर कोई विश्वास नहीं है'
  • 'हम मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके'

अलवर रेप केस में जांच के बाद, पुलिस ने नाबालिग लड़की के साथ रेप की घटना से इनकार कर दिया. इसके बाद से ही, इस मामले में पीड़िता के परिवार वाले खासे नाराज़ हैं. इस पर पीड़िता की छोटी बहन ने इंडिया टुडे से खास बातचीत की है. वह यह जानना चाहती है कि जिला प्रशासन ने अपना पक्ष क्यों बदला. साथ ही, परिवार वालों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग भी की है.

पुलिस ने अपना बयान क्यों बदला?

पीड़िता की बहन ने कहा, 'अलवर के पुलिस अधीक्षक ने पहले यह कहा था कि यह सामूहिक बलात्कार का मामला है, लेकिन अब वह दावा कर रहे हैं कि इस मामले में बलात्कार का कोई सबूत नहीं है. पुलिस ने अपना बयान क्यों बदल दिया?' 

परिवार ने की CBI जांच की मांग

लड़की के मामा ने कहा कि पीड़िता का परिवार इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करता है. उन्होंने कहा, 'जिस दिन लड़की मिली, उस दिन मैंने पुलिस अधिकारियों से बात की थी. उन्होंने मुझसे कहा था कि यह सामूहिक बलात्कार का मामला है, लेकिन अब पुलिस दावा कर रही है कि यह बलात्कार का मामला नहीं है. हमें अब इस सरकार पर कोई विश्वास नहीं है. इन्होंने अपना बयान बदल दिया है. हम मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके.'

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लड़की की बहन ने बताया कि अलवर लौटने से पहले, वह शुक्रवार को जयपुर के जेके लोन अस्पताल में बहन से मिली थी. उसने कहा, 'मैं उससे जयपुर के जेके लोन अस्पताल में मिली थी. वह रोती रही. उसने संकेत दिया था कि वह ऑटो में बैठी थी, लेकिन हमें नहीं बता सकती कि उसके बाद क्या हुआ था. वह रोए जा रही थी.'

नाबालिग के साथ हुई हैवानियत 

आपको बता दें कि राजस्थान के अलवर में एक नाबालिग मूक बधिर बच्ची के साथ गैंगरेप किया गया. बलात्कार के बाद उसकी हालत इतनी खराब थी कि डॉक्टरों की टीम ने आठ घंटे तक ऑपरेशन कर, उसकी जान बचाई. 16 साल की इस बच्ची के साथ बेहद दरिंदगी की गई, लड़की की हालत देखकर इलाज कर रहे डॉक्टर भी कांप उठे थे.

मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं

मामले ने मोड़ तब लिया जब पुलिस ने जांच के बाद, लड़की के साथ रेप की घटना से इनकार कर दिया. शुक्रवार को अलवर के पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने खुद मीडिया को इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले में अभी रेप की पुष्टि नहीं हुई है.

इस मामले के अपराधी भी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इस पीड़ित बच्ची के माता पिता मजदूर हैं. पीड़िता के अलावा उनकी एक बेटी और एक बेटा हैं. इस मामले ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है, विपक्षी दल अब राजस्थान सरकार पर हमलावर हैं.  

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