राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से बीजेपी सांसद सीपी जोशी हाल ही पार्टी प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री की नीतियों में उनकी गहरी आस्था है और शिक्षक दिवस पर नरेंद्र मोदी के बच्चों से बातचीत के कार्यक्रम का वह पुरजोर समर्थन करते हैं. वह इसे बच्चों और शिक्षकों के लिए जरूरी बताते हैं, लेकिन आश्चर्य और उससे कहीं ज्यादा दुखद यह है कि उन्हें खुद नहीं पता कि शिक्षक दिवस आखिर मनाते क्यों हैं.
आम तौर पर शिक्षक दिवस और ऐसे कई अन्य मौकों पर पहले भी आपने ऐसी खबरें पढ़ी, सुनी या देखी होंगी. लेकिन इस बार कुछ खास है. खास इसलिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिक्षक दिवस के मौके पर देशभर के बच्चों से बातचीत करने वाले हैं. इसे लेकर पूरे हिंदुस्तान के स्कूलों, सरकारी महकमों और बीजेपी में हर जगह तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. बताया जाता है कि प्रधानमंत्री बच्चों से गुरु-शिष्य के पावन रिश्तों पर चर्चा करेंगे. लेकिन इन सब के बीच चित्तौड़गढ़ की यह खबर यकीनन बीजेपी समेत प्रधानमंत्री को भी थोड़ा असहज कर सकती है.
मामला गुरुवार का है, जहां सीपी जोशी से जब सीधा सवाल किया जाता है कि शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है. इस पर माननीय सांसद ने जो जवाब दिया वह कुछ इस तरह का था-
सवाल: शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
सीपी जोशी: देखिए, शिक्षक दिवस आज से नहीं बरसों से मनाया जाता है. और इस बार मोदी जी ने जो नया काम शुरू किया है....'
सवाल: शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
सीपी जोशी: शिक्षक दिवस हमारे शिक्षकों को, हर स्कूल में हमलोग देखते हैं कि शिक्षकों को और बच्चों को भी इससे प्रेरणा देने के लिए केंद्र सरकार ने जो योजना शुरू की है. आज दिल्ली में मोदी जी ने जन-धन योजना की शुरुआत की वह पूरे देश में प्रचारित हुई. उसका आम लोगों ने देखा एक जन जागरण हुआ कि इस काम से जुड़ना चाहिए. बैंक में खाता होगा तो हमारा काम आगे बढ़ेगा. ये काम होगा तो हमारा काम लाइव लोगों ने देखा. अभी भी लाइव बच्चे देखेंगे तो बच्चों में एक भावना जागृत होगी, शिक्षा के प्रति, हमारे देश के प्रति और हमारी संस्कृति के प्रति.
सवाल: आप ये बताइए कि शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?
सीपी जोशी: (चेहरे पर हल्की मुस्कान लाते हुए) ये मैं आपको अभी बताता हूं... (सवाल को टालकर सांसद मुस्कुराते हुए आगे बढ़ जाते हैं और जिंदाबाद के नारे लगने लगते हैं.)