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बेटे ने साइकिल पंप से हवा दे बचाई पिता की जान

कुछ सालों पहले आई फिल्म 'थ्री ईडियट' का वो सीन तो याद होगा आपको जिसमें आमिर खान ने एक वैक्यूम क्लीनर की मदद से बच्चे को जन्म देने में एक महिला की मदद की थी. इसी से मिलता जुलता एक वाकया हुआ है राजस्थान के बीकानेर में. जहां एक बेटे ने अपने पिता को साइकिल में हवा भरने वाले पंप की मदद से नई जिंदगी दे दी.

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Symbolic Image
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कुछ सालों पहले आई फिल्म 'थ्री ईडियट' का वो सीन तो याद होगा आपको जिसमें आमिर खान ने एक वैक्यूम क्लीनर की मदद से बच्चे को जन्म देने में एक महिला की मदद की थी. इसी से मिलता जुलता एक वाकया हुआ है राजस्थान के बीकानेर में. जहां एक बेटे ने अपने पिता को साइकिल में हवा भरने वाले पंप की मदद से नई जिंदगी दे दी.

दरअसल, बीकानेर से 180 किलोमीटर दूर के गांव में रहने वाले मणिराम अस्थमा के मरीज हैं. 62 साल के मणिराम को एक रोज अस्थमा का दौरा पड़ा और उनकी सांसे उखड़ने लगी. हालत इतनी खराब हो गई कि दवा भी बेअसर होने लगे. ऐसे में पिता के कष्ट को देखकर बेटे सुभाष को एक तरकीब सूझी. सुभाष तुरंत साइकिल में हवा भरने वाला पंप ले आया और उसके पाइप में मास्क लगाकर पिता के नाक में हवा देने लगा. हवा की मदद से जैसे ही दवा मणिराम के फेफड़ों तक पहुंची वैसे ही उनकी सांसे वापस आने लगी. पिता की हालत सुधरते ही सुभाष मणिराम को लेकर बीकानेर के अस्पताल पहुंचा.

सुभाष के इस आविष्कार को देखकर डॉक्टर भी हैरान हैं. डॉक्टरों का कहना है कि भले ही ये पंप प्रमाणिक ना हो लेकिन यह प्रभावी जरूर साबित हुआ है. डॉक्टर्स इसे शोध का विषय मान रहे हैं. फिलहाल मणिराम का इलाज बीकानेर के अस्पताल में चल रहा है. वहीं इस पंप का ट्रायल भी जारी है.

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