राजस्थान के बूंदी में रिटायर अध्यापिका की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, रिटायर अध्यापिका की हत्या उसके गोद लिए बेटे ने ही की थी. दोनों के बीच अक्सर संपत्ति को लेकर विवाद होता था. ऐसा ही घटना वाले दिन हुआ था. बेटे ने मां को पहले धक्का दिया. जब महिला गिरकर बेहोश हो गई तो उसने गला दबाकर हत्या कर दी.
मामला राजस्थान के बूंदी के नैनवां इलाके के चोहटी बघेरवालो का नोहरे का है. पुलिस ने घर में अकेली रह रही रिटायर अध्यापिका की हत्या के मामले में मृतका के गोद लिए बेटे को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने चंदू उर्फ चन्द्र प्रकाश (26) को भीलवाड़ा केमण्डपिया छापर क्षेत्र से गिरफ्तार किया.
आश्रम से लिया था गोद
मृतका शांता बाई के कोई बच्चा नहीं था. इसलिए उन्होंने कई साल पहले कोटा अनाथ आश्रम से चंदू को गोद लिया था. लेकिन काफी वक्त से उसकी अपनी मां से बनती नहीं थी. ऐसे में महिला अकेली घर में रह रही थी. जब महिला 4-5 दिन तक घर से बाहर नहीं निकली और उसके घर से बदबू आने पर 5 जुलाई को पड़ोसियों ने खोजबीन की. जब महिला का पता नहीं लगा तो उसके भतीजे कुलदीप सोनी को जानकारी देकर बुलाया. जब कमरे की खिड़की की जाली तोड़कर देखा गया तो चद्दर में कुछ लिपटा हुआ नजर आया. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
चद्दर में शव को लपेटकर भागा बेटा
पुलिस ने जब कमरे का ताला तोड़ा तो देखा कि शांता बाई का शव चादर में लिपटा हुआ है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस को जांच में पता चला कि महिला ने एक बेटा गोद लिया था. वह भीलवाड़ा की तरफ रहता था और घटना के दिन नैनवा आया था. दोनों के बीच आए दिन झगड़ा होता था.
पुलिस ने कॉल डिटेल निकाल कर शक के आधार पर चंदू को भीलवाड़ा से गिरफ्तार किया. पूछताछ में चंदू ने बताया कि दोनों के बीच घटना के दिन 2 जुलाई को कहासुनी हुई थी. इसके बाद चंदू ने मां को धक्का मार दिया. इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. पहले वह लाश को ठिकाने लगाना चाहता था. इसलिए उसने इसे चद्दर में लपेट दिया. लेकिन शव के भारी होने के चलते उसे वहीं छोड़कर भाग गया.