पंजाब से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. जहां एक युवक ने सड़क पर सब इंस्पेक्टर की कार को साइड नहीं दिया तो पुलिसकर्मी का ईगो हर्ट हो गया. उन्होंने न सिर्फ उस युवक को पकड़ा बल्कि उसके पास पैरासिटामॉल की गोली दिखाकर उसे ड्रग्स बता दिया. आलम ये रहा कि वो युवक इस फर्जी केस में 75 दिन तक जेल में रहा. अब हाईकोर्ट से उसे राहत मिली है और कोर्ट ने फटकार लगाकर दो लाख रुपए हर्जाना के रूप में पीड़ित को देने के लिए कहा है.
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, 24 जून को कपूरथला में एक 36 वर्षीय शख्स (कोर्ट के आदेश के चलते पहचान नहीं बता सकते) अपने घर लौट रहा था. रास्ते में कार को साइड ना मिलने से नाराज सब इंस्पेक्टर ने युवक को हिरासत में ले लिया. 26 जून को FIR में पुलिस ने नशे की 565 गोली बरामद करने का झूठा केस बना डाला. जांच में बाद में पता चला जिसे पुलिस वाले ने नशे की गोली कहा वो पैरासिटामॉल थी.
75 दिन तक जेल में रखा...
75 दिन इस शख्स को बेवजह झूठे ड्रग्स के केस में पंजाब पुलिस ने जेल में रखा. अब हाईकोर्ट से इस शख्स को राहत मिली है. हाईकोर्ट ने दो लाख रुपए का हर्जाना पीड़ित को देने को कहा है. जिसमें पचास फीसदी यानी एक लाख रुपए उस पुलिसवाले की सैलरी से वसूला जाएगा जिसने झूठे केस में बेगुनुाह युवक को फंसाया. ताकि उन लोगों को जवाबदेह ठहराया जा सके जिन्होंने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है.
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कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि हम पीड़ित को मिली मानसिक सजा की भरपाई नहीं कर सकते हैं लेकिन दो लाख रुपये की मदद दी जाएगी. एक लाख रुपये पंजाब सरकार देगी जबकि एक लाख रुपया आरोपी पुलिसवाले को देना होगा.
पंजाब पुलिस को फटकारा
पंजाब पुलिस को फटकार लगाते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि ये देखना भयावह है कि जो लोग कानून के शासन को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार थे, वो अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे.