शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा का बुधवार शाम निधन हो गया. वे 89 वर्ष के थे और उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. ढींडसा निमोनिया और हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे, जो उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते और भी गंभीर हो गई थीं.
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक उन्हें कार्डिएक एरिदमिया और हार्ट अरेस्ट के चलते बचाया नहीं जा सका. डॉक्टरों की पूरी टीम ने उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वे जीवन की जंग हार गए.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक परिवार के एक सदस्य ने बताया कि उन्हें मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उपचार के दौरान बुधवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली.
सुखदेव ढींडसा पंजाब की राजनीति में एक बड़ा नाम थे. वे संगरूर से लोकसभा सांसद रहे थे. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उन्होंने केंद्रीय खेल, रसायन और उर्वरक मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं. उनके बेटे परविंदर सिंह ढींडसा भी पंजाब की राजनीति में सक्रिय हैं और पूर्ववर्ती अकाली सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं.
ढींडसा के निधन से पंजाब की राजनीति को एक बड़ी क्षति हुई है. वे न केवल एक अनुभवी राजनेता थे, बल्कि एक प्रभावशाली वक्ता और जनसेवक के रूप में भी जाने जाते थे. उनकी राजनीतिक यात्रा और योगदान को लंबे समय तक याद किया जाएगा.