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बिजली कर्मचारियों की हड़ताल: अंधेरे में डूबा चंडीगढ़, वर्क फ्रॉम होम, ऑनलाइन क्लास तक हुई बंद

Chandigarh power supply: बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ सोमवार आधी रात से बिजलीकर्मी 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए. इससे पूरे शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई. बिजली न होने के कारण लोगों की कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चंडीगढ़ में हड़ताल कर रहे हैं बिजली कर्मचारी
  • कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बिजली आपूर्ति हुई ठप्प

बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ 21 फरवरी को अचानक हड़ताल पर गए बिजलीकर्मियों के कारण चंडीगढ़ को ब्लैकआउट का सामना करना पड़ा. करीब 36 घंटे से ज्यादा पूरा चंडीगढ़ अंधेरे में डूबा रहा. बिजली न होने के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं को सामना कर पड़ रहा है.

चंडीगढ़ में बिजली की आपूर्ति दोबारा कब से होगी इस पर अधिकारियों का बयान आ गया है. अधिकारियों का कहना है कि बिजली की आपूर्ति मौसम खराब होने और कर्मचारियों के कारण ठप्प हुई थी, लेकिन जल्द ही दोबारा से बिजली चालू कर दी जाएगी.

दरअसल, सोमवार को अचानक बिजलीकर्मी 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए. बिजलीकर्मियों की ये हड़ताल केंद्र सरकार द्वारा चंडीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण की फाइल को क्लीयर कर बिजली का काम निजी कंपनी एमीनेंट को देने के खिलाफ है. यूनियन का आरोप है कि प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेशों की अनदेखी कर बिजली विभाग का निजीकरण किया है. कर्मचारी इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

यूनियन के नेताओ को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा दी गई सहमति और मौसम खराब होने की वजह से पैदा हुई स्थिति को देखते हुए जल्द ही बिजली सप्लाई चालू कर दी जाएगी.

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कई इलाकों में पानी की भी किल्लत

बिजलीकर्मियों की हड़ताल के कारण ज्यादातर इलाकों में आधी रात को ही बिजली चली गई और मंगलवार तक नहीं आई. प्रशासन और बिजली विभाग की नाकामी से सभी व्यवस्थाएं धरी रह गईं, जिससे हाहाकार मच गया. बिजली न होने के कारण कई इलाकों में लोगों को पानी की किल्लत का भी सामना करना पड़ा. 

ऑनलाइन क्लास और वर्क फ्रॉम होम हुआ प्रभावित

बिजली की आपूर्ति न होने के कारण वर्क फ्रॉम होम कर रहे लोगों को काफी परेशानी हुई. पूरे दिन बिजली नहीं आने की वजह से बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रभावित हुईं. इन दिनों यूनिवर्सिटी व कॉलेजों की परीक्षाएं चल रही हैं. बिजली जाने की वजह से परीक्षाएं भी प्रभावित हुईं. 

अब 6 महीने तक हड़ताल नहीं कर सकेंगे कर्मचारी

लोगों की परेशानियों को देखते हुए प्रशासन ने बिजली विभाग के कर्मचारियों के लिए पूर्वी पंजाब एस्मा (आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून) 1968 लागू कर दिया. इसके तहत छह माह तक बिजली विभाग के कर्मचारी हड़ताल नहीं कर सकेंगे.

मोबाइल ऑपरेटरों के संघ सीओएआई ने बुधवार को कहा कि चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में बिजली गुल होने से दूरसंचार टावर प्रभावित हुए हैं और कुछ क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी बाधित हुई है, और दूरसंचार कंपनियां वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग करके अपनी साइटों और एक्सचेंजों को बिजली देने के लिए सभी उपायों पर बात कर रही हैं.

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