गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई के चचेरे भाई रमेश बिश्नोई ने परिवार की ओर से बड़ा अनुरोध किया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर अनमोल बिश्नोई को US से डिपोर्ट कर भारत लाया गया है, तो केंद्र सरकार को उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.
PM और गृहमंत्री से सुरक्षा की अपील
रमेश बिश्नोई ने कहा कि उनका परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से यह गुज़ारिश करता है कि अनमोल बिश्नोई की जान को किसी तरह का खतरा न हो, इसलिए उसे पूरी सुरक्षा दी जाए. उन्होंने कहा कि परिवार कानून का सम्मान करता है और जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग देगा. रमेश ने दोहराया कि अनमोल की सुरक्षित वापसी और न्यायिक प्रक्रिया पूरी तरह कानून के दायरे में होनी चाहिए.
फरीदाबाद से बनवाया था पासपोर्ट
गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को लेकर एक अहम जानकारी सामने आई है. पता चला है कि अनमोल का पासपोर्ट हरियाणा के फरीदाबाद से 29 अक्टूबर 2021 को बनकर तैयार हुआ था. इसके सिर्फ कुछ दिनों बाद ही वह नवंबर 2021 में केन्या के लिए उड़ान भर गया. पासपोर्ट जारी होते ही उसने देश छोड़ने की तैयारी कर ली थी.
लॉरेंस बिश्नोई से अनमोल का जुड़ाव कैसे बढ़ा?
अनमोल, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है. लॉरेंस ने 2011 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में SOPU नाम का छात्र संगठन खड़ा किया था और यूनियन चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए भी लड़ा. इसी दौरान उस पर हमले हुए और कई आर्म्स एक्ट के केस दर्ज हुए. चंडीगढ़ और पंजाब की प्रतिद्वंदी गैंगों के साथ बढ़ती दुश्मनी ने क्षेत्र में गैंगवार की घटनाओं को और उग्र बना दिया.
जोधपुर भेजा पढ़ने, पर वहां भी विवादों में नाम आया
2016 में लॉरेंस ने अनमोल को पढ़ाई के बहाने जोधपुर भेजा, लेकिन यहां भी वह विवादों से दूर नहीं रह सका. तीन मामलों में उसका नाम सामने आया. हमले और अवैध हथियार रखने के आरोपों में. इसी समय यानी 2016–17 के दौरान राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई कारोबारियों और संपन्न लोगों से लॉरेंस गिरोह द्वारा फिरौती मांगे जाने की घटनाएं बढ़ीं. अनमोल भी धीरे-धीरे इन आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने लगा.
एक जेल में बंद, दो बाहर… फिर भी चलता रहा पूरा गैंग
लॉरेंस बिश्नोई 2015 से जेल में है, लेकिन उसके गैंग का संचालन थमा नहीं. जेल के भीतर से ही वह मोबाइल फोन के जरिए निर्देश देता रहा. बाहर मौजूद गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्नोई उसकी पूरी नेटवर्किंग और ऑपरेशन संभालते रहे.