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मालेगांव और मुंबई ट्रेन धमाका केस में जांच एजेंसियां क्यों नाकाम रही? प्रवक्ताओं में छिड़ी बहस

मालेगांव और मुंबई ट्रेन धमाका केस में जांच एजेंसियां क्यों नाकाम रही? प्रवक्ताओं में छिड़ी बहस

मालेगांव धमाका मामले में 17 साल बाद एक बड़ा फैसला आया है. सभी आरोपी बरी हो गए. अब जांच एजेंसियों की नाकामी पर सवाल उठ रहे हैं कि वे पुख्ता सबूत क्यों नहीं पेश कर पाईं. भारतीय जनता पार्टी आरोप लगा रही है कि कांग्रेस सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए 'हिंदू आतंकवाद' शब्द गढ़ा था. इस पर एक पक्ष का कहना है कि 'टेररिज्म का कोई धर्म नहीं होता'। वहीं, दूसरे पक्ष का दावा है कि 'आज कोर्ट ने ये साबित कर दिया है कि हिंदू आतंकवादी नहीं होता.' देखें बहस.

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