एक तरफ ममता ने बीजेपी से अकेले टक्कर लेने की ठानी है और अपनी पुरानी सीट, भवानीपुर को छोड़ नंदीग्राम के मैदान में उतरने का फैसला लिया है तो दूसरी तरफ बीजेपी की तरफ से ममता के सामने कोई नहीं आया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी से ममता के ही पुराने साथी शुभेंदु अधिकारी मैदान में उतरेंगे. इस बीच ममता की आगे की रणनीति क्या होगी, समझें.