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संजय राउत बोले- जो लॉकडाउन में लंगर लगाते थे, वो हक मांगने पर खालिस्तानी कैसे हो गए

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने आंदोलन कर रहे किसानों को ‘खालिस्तानी’ कहे जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने इसे लेकर सरकार से तीखे सवाल किए.

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संजय राउत (Photo:File)
संजय राउत (Photo:File)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 'मुगलों, अंग्रेजों से लड़ने वाला खालिस्तानी कैसे?'
  • जब तक आंदोलन जिंदा, तब तक देश जिंदा- राउत

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने आंदोलन कर रहे किसानों को ‘खालिस्तानी’ कहे जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने इसे लेकर सरकार से तीखे सवाल किए. जानें और क्या कहा राउत ने.

'मुगलों, अंग्रेजों से लड़ने वाला किसान खालिस्तानी कैसे?'
संजय राउत ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि जब-जब ये देश एकजुट हुआ है तो इसने बड़ी-बड़ी बाधाओं को पार किया है. आज किसान आंदोलन कर रहा है, एकजुट है तो सरकार उनकी एकजुटता तोड़ने में क्यों लगी है. देश का यही किसान मुगलों से लड़ा, अंग्रेजो से लड़ा, कोरोना काल में उसने लोगों को लंगर बांटा, तब वह देशप्रेमी था. आज जब पंजाब का किसान अपने हक के लिए लड़ रहा है तो क्या वो खालिस्तानी हो गया?

जब तक आंदोलन जिंदा, तब तक देश जिंदा
संजय राउत ने सरकार से पूछा कि दिल्ली की सीमा पर ये बड़े-बड़े बैरिकेड्स और नुकीले तार क्यों लगाए जा रहे हैं? ये सब बॉर्डर पर करते तो ठीक होता. किसान इस देश की ताकत हैं, हमारी ताकत है. जब तक उनका ये आंदोलन जिंदा है, तब तक ये देश जिंदा है.

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‘झूठ भी सच मान रहे’
संजय राउत ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘हम छः साल से सच सुन रहे हैं और झूठ को भी सच मान रहे हैं.आज जो सच बोलता है सच लिखता है उसे देशद्रोही कहा जाता है. जो सरकार से सवाल पूछे उस पर देशद्रोह का मुक़दमा ठोका जाता है. संजय सिंह, शशि थरूर और कुछ पत्रकारों पर देशद्रोह का मुक़दमा लगा दिया गया. ऐसा लगता है कानून की किताब में सभी धाराओं को खत्म करके देशद्रोह का मुकदमा बना दिया गया है.

मोदी का सम्मान
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे लिए आदरणीय हैं और हम उनका सम्मान करते हैं. उन्हें प्रचंड बहुमत मिला है लेकिन बहुमत अहंकार से नहीं चलाया जाता, बहुमत बड़ा चंचल होता है. महाराष्ट्र के एक बड़े संत हुए हैं तुकाराम उन्होंने कहा है कि जो आपकी निंदा करे उसे अपने साथ रखना चाहिए. लेकिन आज निंदा करने वाले को बदनाम कर देते हैं.

सहस्त्रबुद्धे का राउत को जवाब
महाराष्ट्र से भाजपा के सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने राउत की निंदक नियरे राखिए वाली बात का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि हमने तो निंदक को 15-20 से पास ही रखा था. लेकिन अब जब घर बसाने की बात आई तो आप ही अपने दोस्त का साथ छोड़कर चले गए.

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