Parliament monsoon session Parliament monsoon session: संसद में मंगलवार का दिन भी हंगामेदार रहा. लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में विपक्ष के सांसदों ने जमकर नारेबाजी की, शोरगुल किया और पेगासस विवाद पर चर्चा की मांग की. हंगामे के बीच लोकसभा में रक्षा क्षेत्र से जुड़ा एक अहम विधेयक पारित कर दिया गया. साथ ही अधिकरण सुधार बिल भी पारित हो गया. राज्यसभा में पूरा दिन जमकर शोर सुनाई दिया. दोनों ही सदनों की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
विपक्ष की नारेबाजी मंगलवार को भी पूरे दिन जारी रही. कुछ अहम बिल पास करने के साथ ही लोकसभा की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से अधिकरण सुधार विधेयक, 2021 (Tribunal Reforms Bill 2021) पेश किया गया जिसे विपक्ष के विरोध के बावजूद पारित करा लिया गया.
राज्यसभा में मंगलवार को पूरा दिन शोरगुल होता रहा. चेयर की तरफ से बार-बार अपील के बाजवजूद विपक्षी सांसदों की नारेबाजी खत्म नहीं हुई जिसके चलते दो बजकर 40 मिनट के आसपास ही सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया. अब बुधवार सुबह 11 बजे सदन फिर से शुरू होगा.
अनिवार्य रक्षा सेवा विधेयक, 2021 लोकसभा में पेश किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस विधेयक को राष्ट्र की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण बताते हुए पास कराने की अपील की. लोकसभा में ये विधेयक आसानी से पारित हो गया. इस विधेयक के पारित होते ही लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को शाम 4 बजे तक स्थगित कर दिया.
राज्यसभा में जोरदार हंगामा हो रहा है. विपक्षी सांसद वेल तक पहुंचकर नारेबाजी कर रहे हैं. जासूसी बंद करो और जग्गा जासूस सदन में आओ, जैसे नारे लगाए जा रहे हैं.
करीब डेढ़-दो घंटे के ब्रेक के बाद संसद की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है. हालांकि, अब भी विपक्षी सांसदों की नारेबाजी जारी है.
नारेबाजी और हंगामे के बीच राज्यसभा में कुछ कामकाज किया गया. लेकिन विपक्षी खेमे के बढ़ते विरोध के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है.
लोकसभा की कार्यवाही एक बार फिर स्थगित कर दी गई है. दोपहर 2 बजे तक सदन की कार्यवाही को स्थगित किया गया है. विपक्षी दलों के सांसद लगातार किसान और जासूसी के मु्द्दे पर नारेबाजी कर रहे हैं, जिसके चलते सदन बाधित हो रहा है.
राज्यसभा में विपक्षी सांसद जमकर हंगामा कर रहे हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार नारेबाजी की जा रही है. विपक्षी सांसद देश विरोधी मोदी सरकार, हिटलरशाही और तानाशाही की मोदी सरकार जैसे नारे लगाकर सरकार का विरोध कर रहे हैं.
लोकसभा में नारेबाजी के बीच थोड़ा कामकाज हुआ, लेकिन लगातार हो रहे शोरगुल के बीच लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी.
राज्यसभा शुरू होते ही हंगामा होने लगा. विपक्षी सांसद वेल तक पहुंच गए. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन चलने देने की अपील भी की, साथ ही राज्यसभा चेयरमैन ने भी सख्त लहजे में हंगामा कर रहे सांसदों से हाउस चलने देने की बात कही, लेकिन विपक्षी सांसद नहीं माने, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हो गई है. लोकसभा में कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्ष के सांसद नारेबाजी करने लगे. शोरगुल के बीच दोनों सदन की कार्यवाही चल रही है.
बीजेपी संसदीय दल की बैठक खत्म हो गई है. संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा है कि विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा है, ये संसद और संविधान का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है, जनता का अपमान है.
राहुल गांधी की चाय पार्टी के बाद सरकार को महंगाई के मुद्दे पर घेरने का प्रयास किया गया. राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेसी सांसद व दूसरे दलों के सांसद भी कॉन्सटीट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल से गए.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी पेगासस का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष किसी मामले की जांच की मांग कर लगातार संसद का काम प्रभावित कर रहा है तो यह गंभीर मामला है, मुझे लगता है वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर पेगासस जासूसी मामले की जांच करा लेनी चाहिए, जिससे देश को पता चल पाए कि कौन किन लोगों की जासूसी करवा रहा है.
आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक भी बुलाई गई है. एक तरफ जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी के न्योते पर विपक्षी सांसद संसद के बाहर एकजुट हुए हैं, वहीं बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक की है. पीएम मोदी खुद इस बैठक में शामिल रहे हैं.
नॉर्थ ईस्ट के दो राज्यों असम और मिजोरम के बीच इस वक्त सीमा विवाद चल रहा है. ये मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है और दोनों ही राज्यों में से कोई भी पीछे हटने को राजी नहीं है. अब मामला संसद तक पहुंच गया है. कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने राज्यसभा में इस मसले पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया है.
संसद के उच्च सदन राज्यसभा में आज भी कृषि कानूनों को वापसी लेने के नारे सुनाई देंगे. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने नियम 267 के तहत नोटिस दिया है और कृषि कानून के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है. ये वो मुद्दा है जो लगातार विपक्ष की तरफ से उठाया जा रहा है लेकिन इस पर चर्चा नहीं हो पाई है.
कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी और मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिये हैं और 'पेगासस प्रोजेक्ट' मीडिया रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की है.