लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देंगे पीएम मोदी. (फाइल फोटो) लोकसभा की कार्यवाही बुधवार शाम चार बजे तक स्थगित कर दी गई है. बुधवार को लोकसभा में पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देंगे. इसके अलावा बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी अपने विचार रखेंगे.
लद्दाख के बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नाम्गयाल ने कहा कि लद्दाख पिछले एक साल से चर्चा में रहा है. पीएम मोदी ने लद्दाख को आगे बढ़ाने के लिए 56 इंच का सीना दिखाया है. 370 हटने के बाद से बहुत सी चीजें वहां बदल गई हैं. विकास के क्षेत्र में बेहतर हो रहा है. शिक्षा के क्षेत्र में लद्दाख 70 साल से पिछड़ा था, लेकिन पीएम मोदी ने यहां यूनिवर्सिटी दी. लेह में कल्चरल यूनिवर्सिटी की घोषणा के लिए मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं.
लोकसभा सदन की कार्यवाही का समय बढ़ा दिया गया है.
कृषि कानून पर कैलाश चौधरी ने कहा कि किसानों को बरगलाया जा रहा है. जो नए कानून में रिफॉर्म किए गए हैं, अगर पिछली सरकार ने इस पर पहल नहीं की थी तो मैं खुद को गलत मान लूंगा. उन्होंने कहा कि मैं भी किसान परिवार हूं, मैंने भी खेती की है. अब तक आढ़ती तक कर लेते थे किस दाम पर फसल का निपटारा करना है, लेकिन अब किसानोंं को स्वतंत्रता है कि वो अब कहीं भी अपनी फसल बेच सकेंगे. ये किसानों के आजादी का कानून है.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि विपक्ष द्वारा कई मसले पर तंज कसे जा रहे हैं, लेकिन सबसे अधिक वक्त तक उन्हीं का शासन रहा है. अगर उनके दौर में योजनाओं पर ढंग से काम हुआ होता तो आज भारत आत्मनिर्भर बन चुका होता, लेकिन उनके वक्त में योजनाओं पर काम नहीं हुआ. पीएम मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में पीएम मोदी की ओर से बेहतर काम किया जा रहा है. कोरोना के दौर में भी किसानों को कोई परेशानी नहीं हुई. हमारी सरकार ने एमएसपी को लेकर ही बेहतर नहींं किया बल्कि कृषि बजट में भी बड़ी बढ़ोतरी की.
उत्तर प्रदेश के संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है. किसान भी इसी मुल्क के रहने वाली हैं. उनके मसले को सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए. किसान कई महीने से बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर बैठे हैं.
जेएमएम के सांसद विजय कुमार ने कोरोना के दौरान नौकरी गंवाने और आर्थिक संकट के मसले को उठाया है. उन्होंने कहा कि सरकार की संस्थाएं रीढ़ होती हैं. सरकार उन्हीं को बेच रही है. अगर ऐसे ही रहा तो बेचने के लिए भी कुछ नहीं रह जाएगा. आजादी के बाद इसे बहुत मेहनत से खड़ा किया गया है. इसलिए सरकार से निवेदन को वो ऐसा ना करे. सरकारी संस्थाओं के बचेने से देश का ही नुकसान होना है.
लोकसभा में भाजपा के सांसद एस. पी. सिंह बघेल ने कहा कि आज तो सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच मैच फंस गया. किसान आंदोलन पर बोलते हुए उन्होंने भगवंत मान, रवनीत सिंह बिट्टू और अससुद्दीन ओवैसी के भाषण को फिरकापरस्त बताया.
उन्होंने बिट्टू और अनुराग ठाकुर के बीच हुई बहस को लेकर कहा कि ‘आज तो सदन में मैच फंस गया था. दोनों नेता पंजाबी में बात कर रहे थे. आज देश को लग रहा था कि दो महीने से जो आंदोलन देश में चल रहा है उसका जवाब आएगा, लेकिन वो आया नहीं.’
इसी के साथ उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा कि उसे अभी से अगले चुनाव में हार का डर सता रहा है. इसके लिए उन्होंने शेर पढ़ा ‘तमाम चेहरों पर खौफ जारी है, अंधेरों पर एक चिराग भारी है.’
कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने किसानों के मुद्दे पर ‘मंडियो के खत्म’ होने की बात कही. इस पर सरकार की तरफ से अनुराग सिंह ठाकुर भड़क उठे और बिट्टू से सवाल किया कि पहले वह बताएं कि कृषि कानून में कहां लिखा है कि मंडियों को खत्म किया जाएगा. इस पर दोनों के बीच सदन में तीखी बहस देखी गई. ठाकुर ने बिट्टू पर पंजाब के किसानों, देश को और सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आंदोलनजीवी’ और ‘परजीवी’ की टिप्पणी पर भगवंत मान ने कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि मोदी जी खुद आंदोलन से आए हैं. इस सदन में कई लोग जेपी आंदोलन से आए हैं. यदि ये लोग परजीवी हैं तो बीजेपी वाले रक्तजीवी हैं.
किसानों मुद्दे पर लोकसभा में पंजाबी में बोलते हुए भगवंत मान ने हैरानी जताई कि गुरु तेग बहादुर के वारिसों को आज देशद्रोही कहा जा रहा है. उन गुरु तेग बहादुर के वारिसों को जिन्होंने कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए अपने प्राण त्याग दिए.
शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने लाल किले पर निशान साहिब फहराने के बारे में कहा कि जहां तक 26 जनवरी की घटना का सवाल है तो आपके इंटेलिजेंस का क्या हुआ? आप 4 घंटे में लॉकडाउन कर सकते हैं, एक दिन में नोटबंदी कर सकते हैं तो आप 26 जनवरी की घटना के बारे में अंदाज़ा क्यों नहीं लगा पाए? इस देश को आज़ाद कराने के लिए 70% सिखों ने अपनी शहादत दी थी. आपने निशान साहब को कठघरे में खड़ा किया. हमारे 9वें गुरु ने आपके लोगों के जनेऊ को बचाने के लिए अपना शीश कटवा दिया और आप सबको खालिस्तानी बता रहे हो.
उन्होंने कहा कि जो डेढ़ सौ से ज्यादा किसान मर गया वह हमारे अन्नदाता हैं. लेकिन एक संवेदना की लाइन नहीं कही गई. जब सरकार ही ‘इन ह्यूमन’ हो गई तो सरकार में रहकर करना भी क्या था. 26 जनवरी जो हिंसा हुई वह नहीं होनी चाहिए. लेकिन जो इंटेलिजेंस फेल हुआ उसका कौन जवाब देगा.
लोकसभा की कार्यवाही आज रात 12 बजे तक बढ़ा दी गई है.
अससुद्दीन ओवैसी ने किसानों में लोकसभा के मुद्दे पर सरकार को घेरा और तंज करते हुए कहा कि ‘मैं भी आंदोलनजीवी हूं.’ उन्होंने देश की सीमा पर चीन की बढ़ती घुसपैठ को लेकर भी सरकार को घेरा. किसानों के आंदोलन पर उन्होंने साहिर लुधियानवी के शेर को तब्दील करते हुए पढ़ा.
‘चीन पर करम, किसानों पर सितम, रहने दे थोड़ा भरम, ऐ जाने वफा ये जुल्म ना कर’.
सरकार को घेरते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जो स्ट्रक्चर बॉर्डर पर होना चाहिए वह स्ट्रक्चर हमने सिंघु बॉर्डर पर बना दिया, गाजीपुर बॉर्डर पर बना दिया, यह क्या हो रहा है? आप किसानों से डर रहे हैं, मैं हकूमत से जाना चाहता हूं क्यों किसानों पर क्यों जुल्म किया जा रहा है. यह तीनों कानून आपको वापस लेना पड़ेगा. यह कानून आप बहुमत की ताकत से बनाते हैं. लेकिन जब लोग सड़कों पर निकल जाते हैं तब आप डरते हैं. तब आप डेढ़ साल के लिए इनको सस्पेंड करने की बात करते हैं.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने निशिकांत दुबे के आरोपों का खंडन किया. उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण की परंपरा के संदर्भ में दिए गए अपने बयान के समर्थन में ऐतिहासिक तथ्य प्रस्तुत किया.
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर तथ्यों से छेडछाड़ का आरोप लगाया. दुबे ने कहा कि कल सदन की कार्यवाही में 1941 के भागलपुर हिंदू महासभा अधिवेशन की बात कही गई. यह तथ्यपरक नहीं है. इसी तरह राष्ट्रपति के अभिभाषण की परंपरा को लेकर 1919 के गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट का जिक्र किया गया, कांग्रेस का यह कहना भी तथ्य परक नहीं है.
सौगत राय ने सदन में अम्फान चक्रवात के संदर्भ में पश्चिम बंगाल की सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप का विरोध किया और कहा ‘हम चोरी नहीं करते, आप (भाजपा) सीना जोरी करते हैं.’
हमें केंद्र सरकार से पहले पैसा नहीं देते हैे और फिर चोरी का आरोप लगाते हैं.
लोकसभा में TMC सांसद सौगत रॉय ने कहा कि वह फारुक अब्दुल्ला और अखिलेश यादव के भाषण का समर्थन करते हैं. यहां तक अब्दुल्ला साहब के भाषण ने उन्हें रुला दिया. सौगत राय ने खुशी जतायी कि रविंद्र नाथ टैगोर का सदन में कई बार जिक्र हुआ है. यहां तक कि प्रधानमंत्री आजकल बांग्ला बोलने की कोशिश कर रहे हैं. अच्छी बात है. वो दाढ़ी बढ़ाकर उनकी तरह दिखना चाहते हैं ये भी अच्छी बात है. वहीं अमित शाह गुरुदेव का जन्मस्थान शांति निकेतन बता दिए जबकि वो असल में ठाकुरबाड़ी है. उन्होंने सरकार पर तंज भी कसा कि भाजपा के लोग इन विषयों पर जानकारी जुटाकर फिर बंगाल जाएं.
उन्होंने कृषि आंदोलन को अपना समर्थन जताया. वह बोले कि दूसरे सदन में प्रधानमंत्री नेता प्रतिपक्ष की विदाई पर आंसूं बहा दिए, यह जानकर अच्छा लगा कि उनके पास हृदय है. ये हृदय और आंसूं किसानों के लिए भी दिखाइए. 200 किसान मर गए हैं.
लोकसभा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए सरकार के लक्ष्य गिनाए. उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के हमलों से विचलित नहीं होते हैं. बल्कि वह अपने लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ते रहते हैं और उनका लक्ष्य गरीबों की उन्नति करना, किसानों का भविष्य बेहतर बनाना, युवाओं को उनका हक दिलाना है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन की कार्यवाही देर रात तक चलने की बात कही, इसलिए संसद के स्टाफ को खाने की दिक्कत हो रही है. इसलिए उन्होंने उनके भोजन की व्यवस्था करने का मुद्दा उठाया.
लोकसभा में कांग्रेस की पटियाला से सांसद प्रनीत कौर पंजाबी भाषा में बोल रही हैं. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए उनका जोर किसानी के मुद्दे पर है.
अखिलेश यादव के अपने भाषण में ‘राष्ट्रपति के जिले में MSP मिला है’ का संदर्भ देने पर रवि शंकर प्रसाद ने आपत्ति जतायी. उन्होंने इसे संसद की परंपरा के अनुरूप रिकॉर्ड पर परखने के लिए कहा.
सपा सांसद अखिलेख यादव लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग ले रहे हैं. उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए शेर पड़ा, ‘‘ जब तक पिछला कर्तव्य लोग समझ पाए, एक तमाशा और खड़ा कर देता हूं’’
उन्होंने कहा कि फारुक अब्दुल्ला ने जिस गंगा-जमनी तहज़ीब की बात की, वह हमारे भारत की पहचान है’
उन्होंने सरकार से सवाल किया, ‘क्या राष्ट्रपति के गृह जिले में लोगों को धान का MSP मिला है?’ कल सुना था MSP था, है और रहेगा, लेकिन यह सिर्फ कहने के लिए है लेकिन जमीन पर नहीं है.
सरकार के महिला सशक्तिकरण के प्रयासों पर बातचीत करते हुए महिला सांसद सुनीता दुग्गल ने तनवीर गाजी की इन पक्तियों को पढ़ा...
’जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ
समझ न इनको वस्त्र तू
ये बेड़ियां पिघाल के
बना ले इनको शस्त्र तू
बना ले इनको शस्त्र तू
तू खुद की खोज में निकल’
फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि यहां सदन में कई लोग ऐसे होंगे जिन्होंने ना सरदार पटेल को देखा होगा, ना महात्मा गांधी को देखा होगा. मैंने अपने बाप के साथ दोनों को देखा है. मेरी मां और बहन के साथ गांधी की तस्वीर है. मैंने अपने बाप को जेल में भी देखा है लेकिन उन्होंने कभी भी नेहरू को गाली नहीं दी. इसलिए सदन में जो लोग अपना काम करके चले गए उन्हें कोसने का काम नहीं होना चाहिए. यह अच्छी संसदीय परंपरा नहीं. उन्होंने कहा कि कल को जब ये सरकार चली जाएगी तो क्या हम इनको को भी कोसेंगे.
फारुक अब्दुल्ला ने कानून मंत्री से जन प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के लिए कानून लाने की अपील की. उन्होंने हाल में जम्मू-कश्मीर में जिला परिषद के निष्पक्ष चुनाव को लेकर सरकार की सराहना की, साथ ही सचेत किया कि अगर लोकतंत्र को जिंदा रखना है तो इनके खरीद-फरोख्त पर रोक लगानी चाहिए.
नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोल रहे हैं. कोरोना महामारी ने बहुत नुकसान पहुंचाया है, जम्मू-कश्मीर में विशेष तौर पर पर्यटन क्षेत्र को इससे नुकसान हुआ है.
लोकसभा में रमेश बिधूड़ी ने राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाने की घटना का जिक्र किया, उन्होंने कहा, ‘अपने नेता को देखा, कैसे हमारे नेता से आकर चिपट गया.’ उनके इस कथन पर लोकसभा सदस्यों को मुस्कुराते देखा गया.
इसके अलावा बिधूड़ी ने जवाहर लाल नेहरू को कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष चुने जाने और सरदार पटेल का नाम हटाए जाने का उदाहरण भी दिया. इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों को मेज थपथपाते देखा गया.
दक्षिण दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के समर्थन में अपना भाषण दे रहे हैं.
गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर की कुर्सी पर बैठने के आरोप का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘अधीर रंजन चौधरी ने मुझ पर ऐसा आरोप लगाया, इसमें उनकी गलती नहीं है, यह उनकी पार्टी की समस्या है. मैं तो गुरुदेव की कुर्सी पर नहीं बैठा, लेकिन ऑन रिकॉर्ड जवाहर लाल नेहरू के गुरुदेव की कुर्सी पर बैठने की फोटो है, राजीव गांधी भी सोफे पर बैठकर चाय पी रहे हैं.’
इसके बाद उन्होंने इन दोनों फोटो को सदन के पटल पर भी रखा.
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा, ‘विश्वभारती में गुरुदेव की कुर्सी पर नहीं बैठा.’
वह कल सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की इस संबंध में टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दे रहे थे. शाह ने इस संदर्भ में विश्वभारती के कुलपति का पत्र सदन के रिकॉर्ड पर रखा. साथ ही इससे जुड़े कुछ फोटोग्राफ भी पेश किए.
लोकसभा में संसदीय समितियों के निर्वाचन पर प्रस्ताव रखे जा रहे हैं. ध्वनिमत से प्रस्ताव के पक्ष और विपक्ष में मतदान किया जा रहा है.
उत्तराखंड त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए लोकसभा ने दुख व्यक्त किया. इसके अलावा मृतकों को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई. गृह मंत्री अमित शाह ने सदन को जानकारी दी कि उत्तराखंड में केंद्र और राज्य सरकार के संबंधित एजेंसियां स्थिति पर कड़ी निगाह रखे हुए हैं. अभी तक 20 लोगों की जान जा चुकी है, 6 लोग घायल हैं और 197 लोग लापता हैं. लापता व्यक्तियों को ढूंढने का काम भी बड़े पैमाने पर चल रहा है. प्रधानमंत्री खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और राज्य को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही हैं.
गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में उत्तराखंड के चमोली जिले की त्रासदी पर बयान दे रहे हैं. घटना के कारण एक पुल से जुड़े 13 गांव का संपर्क टूट गया है. ऐसे में उनके लिए हवाई मार्ग से राहत और रसद सामग्री पहुंचाई जा रही है.
लोकसभा की कार्यवाही अब से कुछ देर में शुरू होगी. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा जारी रहेगी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलने की उम्मीद है.
दिल्ली की अनियमित कॉलोनियों को वैध बनाने से जुड़ा दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र विधि (विशेष उपबंध) दूसरा संशोधन विधेयक-2021 राज्यसभा में पारित हो गया. इसी के साथ सदन की कार्यवाही कल सुबह 9 बजे तक स्थगित कर दी गई.
दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र विधि (विशेष उपबंध) दूसरा संशोधन विधेयक 2021 पर दिल्ली से राज्यसभा सांसद संजय सिंह बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां झुग्गी वहीं मकान योजना अरविंद केजरीवाल की सरकार लेकर आई, इसके तहत अब तक 5000 लोगों को फ्लैट की चाबी दे चुके हैं. उन्होंने केंद्र सरकार से अवैध कॉलोनियों में रहने वालों को मालिकाना हक देने का वादा पूरा करने के लिए कहा.
दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र विधि (विशेष उपबंध) दूसरा संशोधन विधेयक 2021 पर राज्यसभा में चर्चा चल रही है. इसका मकसद दिल्ली की लगभग 1800 अनियमित कॉलोनियों को नियमित करना है.
राज्यसभा में दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र विधि (विशेष उपबंध) दूसरा संशोधन विधेयक 2021 पेश किया गया. शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सदन में विधेयक पेश किया. यह विधेयक दिल्ली में अनियमित कॉलोनियों को नियमित करने से जुड़ा है.
राज्यसभा में उत्तराखंड त्रासदी पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद मृतकों के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.
गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड के चमोली जिले की त्रासदी पर सदन में बयान दे रहे हैं.
गुलाम नबी आजाद ने अपने विदाई भाषण में कई शेर पढ़े.
उन्होंने कश्मीर के हालातों को लेकर कहा, ‘‘गुजर गया वो जो छोटा सा एक फसाना था, फूल थे, चमन था, आशियाना था, ना पूछ उजड़े नशेमन की दास्तां...’
‘‘दिल ना उम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है, लंबी है गम की शाम, शाम ही तो है’’
एक और शेर उन्होंने पढ़ा, ‘‘बदलेगा ना मेरे बाद भी मौजूं ए गुफ्तगू, मैं जा चुका होउंगा फिर भी तेरी महफिल में रहूंगा’’
अपने भाषण के अंत में उन्होंने कहा, ‘‘नहीं आएगी याद तो बरसों नहीं आएगी, तब याद आआगे तो बहुत याद आओगे’’
गुलाम नबी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ फोन पर भावुक होने की घटना का जिक्र किया. इसी दौरान उन्होंने कहा कि ‘मैं उम्मीद करता हूं कि इस देश से उग्रवाद खत्म हो जाए, आतंकवाद खत्म हो जाए.’
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 1991 के दौर में वह संसदीय कार्य मंत्री रहे. तब अटल बिहारी वाजपेई नेता प्रतिपक्ष थे. उस समय उनके साथ सदन चलाना सबसे आसान रहा और उन्हीं से मैंने सीखा कि सदन चलाने का रास्ता कैसे निकाला जाए.
राज्यसभा में अपने विदाई समारोह के दौरान गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ‘हमें हिन्दुस्तानी मुसलमान होने पर फख्र है. मैं उन खुशनसीब लोगों में से हूं जो कभी पाकिस्तान नहीं गया. लेकिन एक बात कहना चाहूंगा कि हमारे यहां के मुसलमानों में वो खराबी नहीं आई है जो वहां है और उम्मीद करता हूं हमारे देश के मुसलमानों में ये खराबी आए भी नहीं.’
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद अपने विदाई समारोह पर बोल रहे हैं.
शमशेर सिंह मन्हास ने अपने विदाई समारोह पर कहा कि उन्हें खुशी है कि राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से वह पहली बार भाजपा के सदस्य के तौर पर पहुंचे. जम्मू-कश्मीर में भाजपा के प्रदेश महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर मिले अनुभवों से यहां संसदीय जीवन में मदद मिली. उन्होंने कहा कि उन्हें आगे जो भी काम सौंपा जाएगा वह करेंगे. उन्होंने कहा कि उनका राज्यसभा से फेयरवैल हो रहा है, जीवन से नहीं.
मीर मोहम्मद फयाज राज्यसभा से अपनी विदाई पर बोल रहे हैं. भावुक मन से वह म्युनिसिपल का चुनाव लड़ने से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने से लेकर राज्यसभा तक पहुंचने के संस्मरण पर बात कर रहे हैं.
पीडीपी के सांसद नाजिर अहमद लवाय ने अपनी विदाई के मौके पर राहत इंदौरी का ये शेर पढ़ा..
‘ये जो दस्तक है दिल के दरवाजे पर, अंदर कौन है
आप तो अंदर हैं, बाहर कौन है’
आनंद शर्मा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी में हर राज्य के प्रभारी रहे. ऐसा कोई नहीं है पार्टी में और इसकी एक बड़ी वजह है कि वह मेहनतकश हैं, शालीन व्यक्तित्व के धनी हैं और साथ ही व्यवहारिकता को समझते हैं कि किस बात पर कैसी प्रतिक्रिया देनी है, कैसे किसको सम्मान देना है.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद समेत चार सदस्यों की विदाई के मौके पर बोल रहे हैं. वह आजाद के साथ अपने संस्मरण सुना रहे हैं.
राज्यसभा में रामदास अठावले ने गुलाम नबी आजाद को वापस सदन में लाने का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी आपकों नहीं लाती है तो हम लाने के लिए तैयार हैं. उनकी इस बात पर सदन में ठहाके लगे. फिर वह बोले कि सदन को आजाद की जरूरत है. उन्होंने आजाद के लिए एक कविता भी पढ़ी. ‘ राज्यसभा छोड़कर जा रहे हैं गुलाम नबी, हम आपको मिलते रहेंगे कभी-कभी.....
गुलाम नबी आजाद की विदाई पर बोलते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने उन्हें ‘कश्मीर का गुलाब, वो भी बिना कांटे वाला’ बताया. उन्होंने कहा कि वह आज गुलाम को फेयरवेल नहीं देंगे, बल्कि उनके लौटकर आने तक इंतजार करेंगे.
बसपा नेता सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि जब उन्होंने गुलाम नबी आजाद की विदाई के बारे में अपनी नेता मायावती को बताया तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ. मायावती ने उनसे कहा कि दोबारा चेक करें ऐसा नहीं हो सकता ‘ये उनकी पार्टी की ओर से farewell हो सकता है, असल में आजाद जी का farewell नहीं हो सकता.’
मिश्र ने कहा कि आजाद जी इतने मृदुभाषी हैं कि सदन में वह अक्सर लखनऊ की नफासत की याद दिलाता है.
जनता दल यूनाइटेड के सांसद राम चन्द्र प्रसाद सिंह ने गुलाम नबी आजाद की विदाई पर कहा कि उनका नाम कितना खूबसूरत है जो ‘गुलाम’ से शुरू होता है और ‘आजाद’ पर खत्म होता है. सिंह ने उनके बगीचे के शौक से जुड़े संस्मरण को भी याद किया.
गुलाम नबी आजाद की विदाई पर सपा के नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा कि जब भी सदन में डेडलॉक रहता है तो आजाद साहब हमेशा ब्रिज का काम करते हैं. उनके जाने के बाद ये सदन कुछ गरीब हो जाएगा, सदन में एक शून्य पैदा होगा वह वैसा ही होगा जो अरुण जेटली के जाने से हुआ.
राज्यसभा सदस्यों की विदाई पर तृणमूल कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर राय ने ‘बंदिनी’ फिल्म के गीत ‘ओ जाने वाले लौट के आना’ का जिक्र किया. राय ने कहा कि गुलाम नबी आजाद जैसा नेता प्रतिपक्ष उन्होंने आजतक नहीं देखा. राय ने आजाद को उनके सुखद भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद समेत चार सदस्यों की विदाई पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार सदन में बोल रहे हैं. शरद पवार ने वाशिम से गुलाम नबी आजाद के चुनाव लड़ने का संस्मरण याद किया.
गुलाम नबी आजाद की राज्यसभा से विदाई के मौके पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलने के लिए खड़े हुए तो अपने आंसू रोक नहीं पाए. आजाद के साथ के एक संस्मरण को याद करते हुए पीएम मोदी ने का ‘जी भर आया. उन्होंने भारी मन से आजाद को विदाई दी. मोदी ने कहा कि समय-समय पर गुलाम नबी आजाद के सुझावों ने उन्हें मदद की है. कोरोना काल में भी जब वह सदन के नेताओं के साथ एक बैठक कर रहे थे तो आजाद ने ही उन्हें पार्टी नेताओं की बैठक बुलाने का सुझाव दिया था. उनके सुझाव के बाद ही पीएम मोदी ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की थी. साथ ही कहा कि सदन में अब जो नया नेता प्रतिपक्ष आएगा उसके लिए आजाद के स्तर को पाना बहुत मुश्किल होगा.
राज्यसभा में वरिष्ठ सदस्यों की विदाई के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोल रहे हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने विदाई ले रहे चार सदस्य गुलाम नबी आजाद, मीर मोहम्मद, शमशेर सिंह, नाजिर अहमद को भविष्य की विदाई दी. इसी के साथ उन्होंने सदन में शमशेर सिंह के साथ ‘एक स्कूटर पर घूमने’ के संस्मरण का भी जिक्र किया.
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा कि सभी राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी को नियंत्रित करने का काम किया. पीएम-केयर में आई राशि का उपयोग कोरोना वैक्सीनेशन में किया जा रहा.
इसी क्रम में छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की छाया वर्मा ने सरकार से पूछा कि कोरोना महामारी के दौरान मरने वालों के लिए सरकार ने किसी तरह के मुआवजे का उपयोग किया है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोरोना वारियर के तौर पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को 50 लाख रुपये मुआवजे का प्रावधान है.
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन कोरोना महामारी और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों से जुड़े सदस्यों के सवालों का जवाब दे रहे हैं.
तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा की कल लोकसभा में टिप्पणी पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि राम मंदिर पर न्यायालय के फैसले के मुद्दे और तब के मुख्य न्यायाधीश और अन्य बातों को सदन में उठाना, एक गंभीर विषय है. हम इसे लेकर उचित कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं.
लोकसभा में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘भारत के सबसे अंधकारमय सयमय में सच बोलने के लिए मेरे खिलाफ विशेषाधिकार उल्लंघन का प्रस्ताव लाना असल में एक विशेषाधिकार ही होगा.’
लोकसभा ने लॉकेट चटर्जी के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर सोमवार को दिए गए भाषण के कुछ अंशों को रिकॉर्ड से बाहर कर दिया.
राज्यसभा में कोविड-19 महामारी के दौरान पर्यटन क्षेत्र को हुए नुकसान, पर्यटन क्षेत्र को मदद के साथ-साथ महाराष्ट्र के औरंगाबाद एवं अजंता-एलोरा को थाईलैंड जैसे देशों से सीधे जोड़ने के सवाल उठाए गए. इस पर पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जवाब दिए.
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा में दक्षिण चीन सागर में फंसे भारतीय नाविकों का मुद्दा उठाया. इस पर सभापति वेंकैया नायडू ने भी कहा कि मुद्दा महत्वपूर्ण है. उनके सवाल पर पोत-परिवहन मंत्री मनसुख दास मंडाविया ने कहा कि सरकार उन्हें वापस लाने का पूरा प्रयास कर रही है.
गृहमंत्री अमित शाह राज्यसभा में 11:30 बजे उत्तराखंड त्रासदी पर suo-moto बयान देंगे.
राज्यसभा में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद वी. विजयसाई रेड्डी ने बीते दिन की कार्यवाही के दौरान सभापति पर की गई टिप्पणियों के लिए क्षमा मांगी.
राज्यसभा में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जा रही है.