अगले साल होने जा रहे कर्नाटक चुनाव को लेकर कांग्रेस अभी से तैयारी में लग गई है. कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया को दिल्ली तलब किया है. दोपहर तीन बजे एक बैठक रखी गई है जिसमें केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला भी शामिल होने वाले हैं.
पिछले कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही हैं कि कर्नाटक कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच भी अनबन की खबरें आ रही हैं. अब उन तमाम कयासों पर विराम लगाने के लिए राहुल गांधी ने दोनों ही बड़े नेताओं को एक साथ दिल्ली तलब किया है. ऐसे में चुनावी रणनीति के साथ-साथ इस आपसी विवाद को सुलझाने पर भी जोर रहेगा.
वैसे कर्नाटक में विवाद तो पूर्व डिप्टी सीएम जी. परमेश्वर को लेकर भी चल रहा है. कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही हैं कि कांग्रेस द्वारा उन्हें ज्यादा तवज्जो नहीं दी जा रही. उनके बीजेपी में शामिल होने की भी अटकलें लगी हैं. लेकिन उस बीच उनकी तरफ से साफ कर दिया गया है कि बीजेपी में शामिल नहीं होने वाले हैं और कांग्रेस कर्नाटक चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ने वाली है.
अब ये बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि कर्नाटक कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि उन्हें डीके शिवकुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ना है या फिर सिद्धरमैया के नेतृत्व है. उस सवाल के बीच सामूहिक नेतृत्व की बात नए सवालों को जन्म देती है.
अभी के लिए इन तमाम विवादों के बीच कांग्रेस को फिर सत्ता में वापस लौटना है. डीके शिवकुमार दावा जरूर कर रहे हैं कि सर्वे कांग्रेस की जीत का अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन जमीन पर पार्टी को बीजेपी से कड़ी टक्कर मिल रही है.