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Karnataka contractor suicide case: कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन की कर्नाटक CM को चेतावनी, 15 दिनों में लें एक्शन, वर्ना बंद करेंगे काम

Karnataka contractor suicide: कर्नाटक के बेलगावी जिले के ठेकेदार संतोष पाटिल ने आत्महत्या कर ली थी. पाटिल ने आरोप लगाया था कि राज्य मंत्री ईश्वरप्पा ने फंड क्लियर करने के बदले 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी.

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ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 12 अप्रैल को ठेकेदार संतोष पाटिल ने आत्महत्या की थी
  • इस मामले में कांग्रेस ने राज्य मंत्री का इस्तीफा मांगा है

कर्नाटक में ठेकेदार संतोष पाटिल आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. राज्य ठेकेदार संघ के अध्यक्ष डी केम्पन्ना ने प्रदेश के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अल्टीमेटम दिया है. डी केम्पन्ना ने कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर राज्य सरकार इस मामले पर उन्हें चर्चा करने के लिए नहीं बुलाती है तो वह अपना काम बंद कर देंगे. 

ठेकेदार संघ प्रमुख ने कहा, इस मामले में अगर सीएम बसवराज बोम्मई कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो वह भ्रष्टाचार प्रकरण में शामिल सभी मंत्रियों और विधायकों के नाम का खुलासा कर देंगे. डी केम्पन्ना ने यह भी दावा किया कि कर्नाटक का स्वास्थ्य विभाग सबसे ज्यादा भ्रष्ट है. उन्होंने यह भी कहा कि पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, पंचायत राज, बीबीएमपी समेत अन्य विभाग को भी भ्रष्टाचार खोखला करने में लगा हुआ है.

25 मई को होगी बड़ी रैली

उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरे देश का ध्यान जाए इसलिए वह 25 मई को बेंगलुरु में एक बड़ी रैली का आयोजन करने जा रहे हैं. इस रैली में कर्नाटक के तमाम ठेकेदार शामिल होंगे.

क्‍या है मामला? 

दरसअल, कर्नाटक में एक सिविल कांट्रेक्‍टर संतोष पाटिल ने सोमवार को खुदकुशी कर ली थी. संतोष का शव उडुपी की एक लॉज से मिला था. संतोष पाटिल ने 30 मार्च को आरोप लगाया था कि उसने आरडीपीआर विभाग में एक काम किया था और चाहते थे कि इसका भुगतान हो, लेकिन मंत्री ईश्वरप्पा ने चार करोड़ रुपये के काम में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी. भाई प्रकाश पाटिल ने अपनी शिकायत में कहा था कि संतोष को गांव हिंडालागा में सड़क, नालियां और फुटपाथ बनाने का ठेका मिला था. पाटिल के अनुसार, मंत्री ने उन्‍हें हरी झंडी दी थी और बजट की चिंता किए बगैर काम शुरू करने को कहा था. संतोष ने अपनी राशि इस प्रोजेक्‍ट पर लगाई थी लेकिन बिल का भुगतान नहीं हुआ था.

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शिकायत के मुताबिक, कांट्रेक्‍टर ने आरोप लगाया था कि उसने कई बार ईश्‍वरप्‍पा के पास जाकर राशि जारी किए जाने की गुहार लगाई थी लेकिन उनके सहयोगी बासवराज और रमेश 40 फीसदी कमीशन मांग रहे थे. 

संतोष पाटिल ने खुदकुशी करने से पहले अपने दोस्तों को एक मैसेज भेजा था. इस मैसेज में संतोष ने लिखा था, 'मैं अपनी आकांक्षाओं को दरकिनार रखते हुए यह फैसला ले रहा हूं. मैं प्रधानमंत्री, मुख्‍यमंत्री और हमारे लिंगायत नेता BSY (पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्‍पा) और सभी से हाथ जोड़कर अनुरोध करता हूं कि मेरी पत्‍नी और बच्‍चों की मदद करें.'

कांग्रेस ने की ईश्वरप्पा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग

संतोष पाटिल की खुदकुशी के बाद कर्नाटक में राजनीति भी तेज हो गई है. विपक्षी दल कांग्रेस ने मंत्री एस ईश्वरप्पा को गिरफ्तार करने और मंत्रिमंडल से उन्हें बर्खास्त करने की मांग उठाई है. 

कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा, “संतोष के. पाटिल खुद भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता था. उसने साफ कहा था कि ईश्वरप्पा उसकी मौत के जिम्मेदार होंगे. यह भारतीय दंड संहिता की धारा 300 और 302 के तहत अपराध है.”उन्होंने कहा, 'ईश्वरप्पा को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को उन्हें मंत्री पद पर नहीं रहने देना चाहिए क्योंकि वह हत्या के मामले में आरोपी हैं. यह एक गंभीर आरोप है जिसके लिए आजीवन कारावास या मौत की सजा का प्रावधान है.'

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भ्रष्टाचार छिपाने के लिए सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काया जा रहा है...

कांग्रेस के महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में बेतहाशा भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काया जा रहा है और हालिया मामले से यह साफ है.

इस मामले पर कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि ठेकेदार संतोष पाटिल खुदकुशी का सच सामने आएगा. मामले की पूरी जांच की जाएगी. 

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