वहीं, जिला अस्पताल के डॉक्टर महेश गुप्ता भी मानते हैं कि जिले में जहरीले कीड़े और सांप के काटने की वजह से ज्यादातर मामलों में मौत हो जाती है जिसका कारण है मरीज को काफी देरी से जिला अस्पताल लेकर आना. अस्पताल लाने की जगह लोग झाड़ फूंक और टोटके के लिये मरीजों को ले जाते हैं जिसकी वजह से जहर फैलने से ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है. इसलिये जिले में सांपों के द्वारा काटे जाने की वजह से मौत का आंकड़ा अधिक है. अगर मरीज शुरुआती दौर में ही झाड़ फूंक करवाने की जगह अस्पताल पहुंच जाए तो ज्यादातर लोगों को बचाया जा सकता है. (प्रतीकात्मक फोटो)