बाबा रामदेव ने चुनौती देते हुए कहा कि ये यात्रा उनकी अपनी है इसलिए उन्हें किसी भी राजनैतिक पार्टी के चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है.
अपने करीबी बालकृष्णन पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए बाबा रामदेन ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हुई है.
रामदेव ने झांसी से शुरूआत करने के पीछे कारण बताया कि झांसी ही वो धरती है कि जहां से रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका था इसलिए उन्होंने ने झांसी की धरती को चुना.
यह यात्रा झांसी से शुरू होकर तीन राज्यों तक पहुंचेगी. बाबा रामदेव योग के बहाने लोगों को काले धन के खिलाफ जागरूक करेगें.
इसकी शुरुआत योग शिविर से हुई है. रामदेव आज एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में सामने आए. सरकार के खिलाफ वही तल्ख तेवर. भ्रष्टाचार पर वही हमलावर अंदाज.
रामदेव के मुताबिक झांसी से शुरू हो रही भारत स्वाभिमान यात्रा के दौरान वो यूपी, उत्तराखंड और पंजाब समेत पूरे देश में घूमेंगे.
यह पूछने पर कि क्या उन्हें भय है कि केन्द्र सरकार इस बार भी दिल्ली में उनके साथ किया गया व्यवहार दोहरा सकती है, रामदेव ने कहा कि पिछले कुछ माह में केन्द्र सरकार समझ चुकी है और इस बार उनके साथ वैसा कुछ नहीं करेगी.
एक प्रश्न के उत्तर में योग गुरू ने कहा कि उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य विदेशों में जमा 400 करोड़ रूपये के काले धन की वापसी के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना है.
संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश से बाहर जमा काले धन की वापसी तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके अभियान का सभी ईमानदार लोग समर्थन कर रहे हैं.
स्वाभिमान यात्रा झांसी से शुरू होकर प्रयाग (उत्तरप्रदेश) में खत्म होगी.
बाबा रामदेव ने यात्रा शुरु करने से पहले समर्थकों को संबोधित किया और देश से बाहर जमा काला धन वापस लाने के अपने प्रण को दोहराया.
योग गुरू बाबा रामदेव ने अपनी दस हजार किलोमीटर की भारत स्वाभिमान यात्रा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की कर्मभूमि से शुरु कर दी है.
विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्याग्रह छेड़ने के तीन महीने बाद रामदेव ने आज नया मोर्चा खोला.