जम्मू समेत कश्मीर घाटी में भारी हिमपात के एक दिन बाद ठंड का दौर जारी है.
श्रीनगर का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार तीसरे दिन बंद रहा. बहरहाल सड़क पर से बर्फ हटा दी गई है, लेकिन मार्ग अब भी फिसलन भरा है.
कड़ाके की ठंड के कारण डल झील और अन्य जल स्रोत भी आंशिक रूप से जम गए हैं.
बर्फबारी के कारण श्रीनगर में माल की ढुलाई का काम भी बाधित हो गया है.
रात के तापमान में गिरावट के कारण शहर की सड़कों पर बर्फ की परत जम गई, जबकि जल आपूर्ति करने वाले नलों में भी पानी जम गया.
बर्फबारी के बीच श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नजारा, जहां यात्री मौसम ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं.
उत्तरी ग्रिड और कश्मीर के बीच संचार लाइन की मरम्मत का काम अब तक पूरा नहीं होने के कारण घाटी में बिजली आपूर्ति अब तक बहाल नहीं हो सकी है.
बर्फबारी स्थानीय लोगों के लिए भले ही आफत हो, पर सैलानी इसका आनंद उठाने से नहीं चूक रहे हैं.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बहाल होने तक महज अस्पतालों जैसी आपात सेवाओं के लिए आंतरिक बिजली उत्पादन स्रोतों से बिजली की आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं.
भारी बर्फबारी के कारण पेड़-पौधे कुछ इस तरह नजर आ रहे हैं....