भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विश्वासघात दिवस मनाए जाने और बिहार में एक दिन के बंद के दौरान मंगलवार को बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए.
कल तक दोस्त रहे बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता पटना के सड़कों पर ऐसे भिड़े मानों दोनों के बीच सालों पुरानी दुश्मनी हो.
बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी बिहार बंद के दौरान मोर्चा संभाला हुआ था.
विश्वासघात दिवस के दिन बिहार बीजेपी के कई नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं.
बिहार बंद को सफल बनाने के लिए बीजेपी ने पूरी तैयारी की थी.
बीजेपी नेताओं ने इसके बाद जेडीयू कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज करा दी.
रविशंकर प्रसाद और राजीव प्रताप रूठी समेत बीजेपी के कई आला नेताओं को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
राज्य के तमाम इलाकों में बीजेपी कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर गए. जहानाबाद जिले में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 और 110 को जाम कर दिया.
बंद के दौरान पटना में बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें कम से कम 10 लोग घायल हो गए.
बंद के चलते यातायात प्रभावित हुआ.
महिला कार्यकर्ताओं ने भी इस विश्वासघात रैली में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया.
रेल को बंद से मुक्त रखने के बावजूद नालंदा के बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर बंद समर्थक हंगामा करते नजर आए और उन्होंने वहां रेलमार्ग जाम कर दिया.
मुजफ्फरपुर, भागलपुर, सासाराम, मुगेर, सीवान, बेतिया, नवादा में भी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर बंद कराने की कोशिश की.
एकदिवसीय बंद के दौरान पटना के वीरचंद पटेल पथ पर बीजेपी और जेडीयू के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए.
जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ता जुलूस निकाल कर डाकबंगला चौराहे की तरफ जा रहे थे कि बीजेपी कार्यालय के सामने उन पर हमला किया गया और जमकर लाठियां चलाई गईं.
बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे कि जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर लाठियां बरसाईं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बंद को बीजेपी की खीज बताया है.
बीजेपी का विश्वासघात दिवस बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में हुआ. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के अहम की वजह से टकराव पैदा हुआ है.