रामलला के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का भी कहना है कि पीला रंग भगवान विष्णु का प्रिय है इसलिए अयोध्या को पीले रंग से रंगना शहर को ईश्वर के रंग में रंगने जैसा है. उनका कहना है कि आप इसे सिर्फ पीला ना कहें, भगवा हो
या गेरुआ, यह सब पीले के ही प्रकार हैं. क्योंकि भगवान विष्णु को पीतांबर
कहा गया है इसलिए अयोध्या को पीला किया जाना, इसे ईश्वर के रंग में सराबोर
करने के समान है. भगवान राम का
वस्त्र प्रतिदिन रंगों के हिसाब से बदला जाता है, लेकिन पीले रंग का एक
वस्त्र हमेशा से भगवान राम के गले में होता है.