दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार साथी ऐप को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह ऐप अनिवार्य नहीं है और उपयोगकर्ता इसे अपने मोबाइल से डिलीट कर सकते हैं. सरकार ने इसे डुप्लीकेट और नकली आईएमईआई नंबर्स पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कदम बताया था, लेकिन जनता की निजता और उपयोग की स्वतंत्रता को सम्मानित किया जाना चाहिए.