भारत को आज़ादी दिलाने वाले स्वतंत्र सेनानी दो वर्गों में बंटे हुए थे. पहले वर्ग में वो क्रान्तिकारी थे, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए या तो अपने प्राणों की आहूति दे दी या इसके लिए काला पानी जैसी भयानक सज़ा काटी. जिसमें भगत सिंह, शिवराम राजगुरु आदि. दूसरा वर्ग कौन सा है? विश्लेषण कर रहे हैं सुधीर चौधरी.