वो गुदगुदाने वाली यादें फिर ताजा हो गईं हैं. वो सारे किरदार फिर सबकी जेहन में जिंदा हो गए हैं जो सालों सबको हंसाते रहे. 35 साल पुरानी फिल्म मिस्टर इँडिया का कैलेंडर हो या दीवाना मस्ताना का पप्पू पेजर. कॉमेडी रोल में सतीश कौशिक अलग ही लीग के खिलाड़ी थे. सतीश कौशिक की जीवंत यादें इन किरदारों के रूप में हमारे बीच हमेशा जिंदा रहेंगीं.