राष्ट्रपति का बॉडीगार्ड बनना किसी सौभाग्य से कम नहीं होता. ये टुकड़ी गणतंत्र दिवस या फिर राष्ट्रपति भवन में किसी खास मौके पर राष्ट्रपति के साथ साये की तरह चलने वाले घोड़ों के साथ राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात होती है. जितने खास ये बॉडीगॉर्ड होते हैं उतने ही खास होते हैं उनके घोड़े और इनके नाम. आर्मी में परंपरा है कि नाम दोहराये नहीं जाते. तो पिछले 250 सालों से इनके नाम कैसे रखे जाते हैं? घोड़ों के नाम उनकी खासियत भी बताते हैं जैसे अपनी गति की वजह से एक घोड़े का नाम रखा गया है राफेल. जानिए इन घोड़ों के नामकरण से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें.
A special troop is deployed on Republic Day or on any special occasion in Rashtrapati Bhavan for the protection of the President along with the horses. They are called 'President Bodygaurds' or PBG. Their horses and their names are even more special. The names of the horses tell their specialty. Know some interesting things related to the naming of these horses.