मोदी सरकार ने पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को दुनिया के सामने लाने के लिए नेताओं को विभिन्न देशों में भेजा है. ये कदम 1993 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव द्वारा उठाए गए कदम के समान है, जब उन्होंने नेता विपक्ष अटल बिहारी वाजपेयी को जिनेवा भेजा था.