2020 को भूलकर नए साल में नई उम्मीदों का जश्न शुरु हो चुका है. हालांकि कोरोना गाइडलाइन के चलते देश में कई जगहों पर पाबंदियां हैं, लेकिन फिर भी जहां इजाजत है, वहां लोग पूरे जोश के साथ नए साल के स्वागत में जुटे. उम्मीद यही है कि साल बीतने के साथ ही सारी दुश्वारियां, सारी चुनौतियां भी बीती बात हो जाएंगी. नया साल जिंदगी और जिंदादिली की नई उम्मीदें लेकर आएगा. कोरोना से बेहाल दुनिया एक बार फिर अपनी पुरानी रफ्तार में लौटेगी.