अमेरिकी विदेश मंत्रालय की पूर्व प्रवक्ता मार्गरेट मैक्लाउड ने कहा, 'हमारे अर्थव्यवस्था एक बीमार मरीज जैसा था जिनकी दवा की जरूरत थी.' उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका और भारत के बीच दोस्ती में कभी-कभार दृष्टिकोण अलग हो सकता है.