भारत ने समय-समय पर अपने राष्ट्रीय हितों को देखते हुए नैतिक स्थितियों का त्याग किया है. ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध से भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ सकता है, खासकर कच्चे तेल और एलपीजी की आपूर्ति पर. यह स्थिति भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक चुनौती भी बन गई है.