तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाने के लिए एक विशेष विमान किराए पर लिया गया था. जाते समय विमान ने पाकिस्तान के ऊपर उड़ान भरी, लेकिन वापसी में अरब सागर के ऊपर से आया. सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया, हालांकि इससे यात्रा का समय लगभग डेढ़ से दो घंटे बढ़ गया. पाकिस्तान को राणा की वापसी की जानकारी थी, इसलिए भारत ने सुरक्षित मार्ग चुना.