भारत सरकार द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित रखने के संकेतों पर चर्चा हो रही है, जिसमें तत्काल, मध्यकालिक और दीर्घकालिक कदमों की योजना है. विशेषज्ञ बताते हैं कि पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब) और पूर्वी नदियों (रावी, ब्यास, सतलुज) पर भारत विभिन्न चरणों में पानी के प्रवाह को नियंत्रित कर सकता है, जिससे विशेषकर सूखे मौसम में पाकिस्तान पर काफी असर पड़ेगा.